


BA.2.86 या पिरोला स्ट्रेन COVID-19 का एक अत्यधिक म्यूटेंट वैरिएंट है. इसने संक्रमण के लक्षणों को बदल दिया है. हालांकि, यूके में इसके मामलों में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी के लक्षण बदल रहे हैं, जिससे लोगों के चेहरे प्रभावित होने लगे हैं.
Covid-19 के स्वाद या गंध की अनुभूति में कमी, तेज खांसी और सांस फूलना जैसे मामले अब आम हो गए हैं. जबकि पिरोला या BA.2.86 के नए लक्षण हैं, जैसे दस्त और थकान, दर्द, तेज बुखार, थकान, नाक बहना और गले में खराश है.
इसके बाहर से दिखने वाले लक्षण हैं
डॉक्टरों के अनुसार, पिरोला की पहचान चेहरे पर दिखाई देने वाले लक्षणों जैसे आंखों में जलन या गुलाबी आंख और खराब त्वचा या उसपर चकत्ते से इसकी पहचान की जा सकती है. डॉक्टरों की टीम ने बताया कि उन्हें इसके एक नए लक्षण का भी पता चला है. इसके मुताबिक यह श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, जिसमें नाक और वॉयस बॉक्स (Vocal Cord) भी शामिल हैं.
कुछ अन्य खास लाक्षण
पाचन तंत्र में समस्या
उंगलियों और अंगुठों पर लाल रेशे
भ्रम और बेहोशी, खासकर बुढ़े लोगों में
कोविड के नए वेरिएंट आते रहेंगे
यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने बताया कि वायरस अक्सर और बेतरतीब ढंग से उत्परिवर्तित होते हैं. जैसे-जैसे महामारी आगे बढ़ेगी, नए वेरिएंट सामने आते रहेंगे. खासकर, जब इसके मामलों में वृद्धी होगा. अभी हमें बहुत काम करने की जरूरत है क्योंकि यह महामारी खत्म नहीं हुई है.
टीका लगाने की जरूरत है
अधिकारियों ने टीकाकरण अभियान में तेजी लाने का आह्वान किया है. बुजुर्गों और बच्चों जैसे कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों पर खास तौर पर ध्यान देने की जरूरत है. ये भी आग्रह किया गया है कि जिसने बूस्टर डोज नहीं लगवाया है तुरंत आकर इसका खुराक ले ले. सावधानी बरतना भी बहुत जरूरी है. भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें और घर के अंदर लोगों से मिलते समय कमरे को हवादार रखें और खिड़कियां और दरवाजे खोलकर रखें.
मामलों में नहीं हुई कोई खास वृद्धि
कोरोना वायरस का BA.2.86 वेरिएंट पहली बार जुलाई देखा गया था. यह ओमीक्रॉन के पिछले वेरिएंट के भारी म्यूटेशन के बाद उभरा था. पिरोला स्ट्रेन, जो कि BA.2.86 का ही नाम है, से से लड़ने के लिए पूरे ब्रिटेन में एक टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था. अधिकारियों ने पुष्टि किया है कि इसके मामलों में कोई चिंताजनक वृद्धि नहीं हुई है.