


राजस्थान के सबसे लंबे हाईलेवल ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। सवाई माधोपुर इटावा मार्ग पर झरेर के बालाजी केतुदा गांव के पास चंबल नदी पर 165 करोड़ रुपए की लागत बनकर तैयार होगा।इसके तहत यहां पिलरों की खुदाई के बाद उनमें मटेरियल भराई का कार्य होने लगा है। ब्रिज का निर्माण शुरू होने के साथ ही ब्रिज करीब 2 साल में यह बनकर तैयार हो जाएगा।
पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता मुकेश मीणा ने बताया कि यह हाई लेवल ब्रिज प्रदेश में सबसे लंबे ब्रिज की श्रेणी में दर्ज होगा।इसकी लंबाई 1880 मीटर होगी।
बारिश में तीन महीने तक बंद रहता था मार्ग
झरेर के बालाजी मंदिर के पास बनी रपट पर बारिश के मौसम में करीब 3 माह तक कोटा, खातौली, सवाई माधोपुर, जयपुर का आवागमन बंद रहता है। अब यहां हाई लेवल ब्रिज बनने से बारिश के दौरान होने वाली समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा खातोली, इटावा, बारा जिले से सवाई माधोपुर का सीधा जुड़ाव हो जाएगा।PWD XEN मुकेश मीणा ने बताया कि यह प्रेस्ट्रस्ड कंक्रीट गर्डन ब्रिज होगा। इसमें चार गर्डर होंगे। वहीं 12 मीटर चौड़े पुल में साढ़े सात मीटर का केरीज-वे होगा। पुल से सवाई माधोपुर की तरफ 280 मीटर एप्रोच सड़क भी बनेगी इस प्रकार कोटा की तरफ 486 मीटर की एप्रोच सड़क बनेगी। इसमें दो छोटे छोटे माइनर पुल भी बनाए जाएंगे।
ब्रिज के निर्माण में 48 पिल्लर खड़े किए जाएंगे। इसमें दोनों तरफ दो अबेटमेंट भी होंगे जो सवाई माधोपुर और कोटा की तरफ पुल की शुरुआत में बनेंगे। इन 48 पिलरो पर हर पिलर के बीच 40 मीटर लंबे स्थान रखे जाएंगे। इसमें चट्टान के ऊपर पांच पिलर बनेंगे और साथ बेल फाउंडेशन वाले होंगे। इसके अलावा 36 पायल फाउंडेशन बनाए जाएंगे जो मिट्टी और चट्टानों पर बनते हैं। इनमें दो अबेटमेंट शामिल है।
चंबल नदी पर खेतूदा के यहां बनने वाले हाई लेवल ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। इसके तहत निर्माण के दौरान पिलरों की खुदाई के बाद उनमें मटेरियल भराई कर बाहर निकलने का कार्य चल रहा है। इसका निर्माण होने से राजस्थान सहित मध्य प्रदेश के लोगों को भी आवागमन में सुविधा मिलेगी।
