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हृदय रोगों की बढ़ती चिंता: एक वैश्विक समस्या

हृदय रोगों की बढ़ती चिंता: एक वैश्विक समस्या
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वैश्विक स्तर पर हृदय रोगों से होने वाली मौतों में तेजी से वृद्धि हो रही है। आंकड़े बताते हैं कि हर 33 सेकेंड में एक व्यक्ति की हृदय रोगों के कारण मौत हो रही है, जो इसे एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य संकट बनाता है। हालांकि यह समस्या अभी तक कुछ लोगों तक सीमित है, लेकिन भविष्य में इसका खतरा सभी को हो सकता है, इसलिए इस पर नियंत्रण पाने के लिए निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है।

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हृदय रोगों का कारण और खतरे

हाल के वर्षों में क्रोनिक बीमारियों की संख्या में बृद्धि देखी गई है, जिसमें हृदय रोग प्रमुख हैं। जीवनशैली, आहार और पर्यावरणीय कारकों के कारण हृदय रोगों के खतरे में वृद्धि हो रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस बढ़ते खतरे को लेकर कई चेतावनियाँ दी हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, युवाओं में भी हृदय रोग तेजी से फैल रहे हैं, और यह बीमारी किसी उम्र में हो सकती है।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD): प्रमुख कारण

इस साल 23 दिसंबर तक अकेले कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) के कारण 98.75 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह एक प्रमुख कारण है जो 2024 में वैश्विक स्तर पर मृत्यु दर को प्रभावित कर रहा है। दिल से संबंधित समस्याओं जैसे हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के कारण होने वाली मौतों में युवाओं की संख्या भी बढ़ रही है, जो इस समस्या को और भी गंभीर बनाती है।

हृदय रोगों का कारण: हाई ब्लड प्रेशर और लाइफस्टाइल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हृदय रोगों का प्रमुख कारण हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) है, खासकर यूरोपीय देशों में। यहां के अध्ययन बताते हैं कि 30 से 79 वर्ष के लगभग तीन में से एक व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

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लाइफस्टाइल और हृदय रोग: एक अनदेखा खतरा

हृदय रोगों के बढ़ने के पीछे एक प्रमुख कारण खराब लाइफस्टाइल है। तंबाकू का सेवन, असंतुलित आहार, मोटापा, शारीरिक निष्क्रियता, शराब-धूम्रपान की आदतें और वायु प्रदूषण जैसे कारण इस बीमारी के मुख्य कारक माने जाते हैं। ये सभी कारक हृदय पर दबाव डालते हैं, और समय रहते इनका इलाज जरूरी है।

शराब और हृदय स्वास्थ्य: गंभीर खतरे

शराब के सेवन को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है। युवाओं में शराब पीने की बढ़ती आदत हृदय के लिए अत्यधिक हानिकारक साबित हो रही है। अल्कोहल हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है और हार्ट अटैक जैसे गंभीर स्वास्थ्य संकट को जन्म दे सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि शराब का सेवन करने की कोई सुरक्षित सीमा नहीं है, इसलिए इससे पूरी तरह से बचना चाहिए।

वजन बढ़ने से हृदय पर दबाव

वजन बढ़ने या मोटापे की स्थिति भी हृदय रोगों के लिए एक बड़ा खतरा है। खासकर पेट के आसपास वसा बढ़ने से रक्तवाहिनियों में वसा जमा हो जाती है, जिससे धमनियाँ अवरुद्ध हो सकती हैं और दिल को पर्याप्त रक्त नहीं मिल पाता। यह स्थिति एथेरोस्क्लेरोसिस कहलाती है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। इसीलिए वजन नियंत्रित करना हृदय को स्वस्थ रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

समय रहते कदम उठाना जरूरी

हृदय रोगों से बचाव के लिए समय रहते पहचान और इलाज बहुत जरूरी है। सही आहार, व्यायाम, जीवनशैली में सुधार और नियमित स्वास्थ्य जांच से इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है। सभी को अपनी आदतों पर नियंत्रण रखना चाहिए, खासकर शराब और तंबाकू के सेवन से बचना चाहिए। इस प्रकार, हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जागरूकता और निरंतर प्रयास करना आवश्यक है।

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