नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के परिणाम और नई सरकार के गठन के बाद अब हर किसी की निगाहें आगामी बजट पर हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले महीने वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं, जिसकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं, खासकर मिडिल क्लास को उम्मीद है कि इनकम टैक्स के मामले में कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा हो सकती है।
नए टैक्स स्लैब की उम्मीद:
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा जुलाई में पेश किए जाने वाले बजट में नए टैक्स स्लैब की घोषणा कर सकती है। यह नया टैक्स स्लैब मिडिल क्लास पर केंद्रित होगा। यदि ये अनुमान सही साबित होते हैं, तो आने वाला बजट मिडिल क्लास के लिए ऐतिहासिक बदलाव ला सकता है। इस बजट का पूरा फोकस मिडिल क्लास पर ही होगा।
बजट में हो सकते हैं 50 हजार करोड़ रुपये के उपाय:
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी बजट में टैक्स छूट देकर मिडिल क्लास को बड़ी राहत दे सकती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली नई सरकार खपत को बढ़ावा देने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के उपायों पर विचार कर रही है।
इस इनकम कैटेगरी के लिए होंगे बदलाव:
वित्त मंत्रालय के अधिकारी उन टैक्सपेयर्स के लिए टैक्स में कटौती पर विचार कर रहे हैं, जो सबसे ज्यादा खर्च करते हैं। इसका मतलब है कि बजट में उन लोगों को टैक्स पर फायदा दिया जा सकता है, जिनकी सालाना कमाई 5 से 10 लाख रुपये के बीच है। अभी इस इनकम ब्रैकेट में 5 से 20 फीसदी की दर से इनकम टैक्स लगता है।
विश्लेषकों की दलील:
कोरोना महामारी के बाद मिडिल क्लास पर केंद्रित राहतों की मांग तेज हुई है। विश्लेषक लगातार कहते आए हैं कि महामारी के बाद सरकार ने गरीब लोगों के लिए राहतों का ऐलान किया और कॉरपोरेट जगत पर भी ध्यान दिया। हालांकि, सबसे ज्यादा उपभोग करने वाला मिडिल क्लास पीछे छूट गया।