Devotional

Maa Chandraghanta Aarti | माँ चंद्रघंटा आरती

Maa Chandraghanta Aarti | माँ चंद्रघंटा आरती

"माँ चंद्रघंटा आरती" एक अद्भुत और शक्ति से भरपूर पूजा है, जो देवी माँ दुर्गा के एक रूप, चंद्रघंटा माता को समर्पित है। यह आरती उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए, शत्रुओं से बचाव, और जीवन में सुख-समृद्धि लाने के लिए गाई जाती है। माँ चंद्रघंटा का रूप अत्यंत मनमोहक और भयहरण है, उनका चेहरा आभामय और उनकी मंजीरा (घंटा) उनके हाथ में होती है, जो उनकी शक्ति और आशीर्वाद का प्रतीक है। इस आरती के माध्यम से भक्त माँ की महिमा का गायन करते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाने की प्रार्थना करते हैं।…
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महाकुम्भ में श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे अर्जुन, गरुड़, नंदी, और ऐरावत

26 नक्काशीदार मूर्तियां बनेंगी महाकुम्भ का आकर्षण महाकुम्भ में श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे अर्जुन, गरुड़, नंदी, और ऐरावत योगी सरकार के निर्देश पर 26 चौराहों को विशेष रूप देने की योजना वैज्ञानिक तरीके से होगा ट्रैफिक मैनेजमेंट और सांस्कृतिक विविधता का सामंजस्य 06 चौराहों पर काम पूरा, एक सप्ताह में बाकी 20 को पूरा करने का लक्ष्य प्रयागराज, 2 दिसंबर : महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार आदिकालीन भारतीय संस्कृति की दिव्यता और अलौकिकता का दर्शन होने जा रहा है। आप चाहे किसी भी परिवहन के माध्यम से प्रयागराज पहुंचें, आपके स्वागत में स्वयं अर्जुन,…
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भगवान को भूल जाना ही सबसे बड़ा विपत्ति है

शिवपुर भगवान को भूल जाना ही सबसे बड़ा विपत्ति है मनुष्य जीवन में, और उन्हे सदैव स्मरण रखना सबसे महत्वपूर्ण सम्पत्ति है। इसलिये मनुष्य को जीवन में सदैव नारायण का नाम स्मरण रखना चाहिए। शिवपुर रामलीला मैदान में आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन प्रवचन के दौरान कथा वाचिका शिवांगी किशोरी जी ने बताया कि भागवत कथा को वेदों उपनिषदों का सार बताते हुए उन्होने कहा कि भागवत कथा का अर्थ भगवान के भक्त की कथा है। भागवत का मतलब ही भगवान का भक्त होता है। यदि यह भगवान की कथा होती, तो इसे भगवत कथा कहते। और…
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Shiv Vivah Image | शिव विवाह इमेज

Shiv Vivah Image | शिव विवाह इमेज

शिव विवाह का दृश्य हिंदू धर्म में एक पवित्र और अद्वितीय घटना का प्रतीक है। यह भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य मिलन की कहानी है, जो प्रेम, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। शिव विवाह की छवियाँ इस पवित्र घटना को जीवंत बनाती हैं और भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देती हैं। ऐसी तस्वीरें हमारे मन को शांत करती हैं और हमें शिव-पार्वती की असीम भक्ति में डुबो देती हैं। शिव विवाह शिव विवाह भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं में एक महत्वपूर्ण प्रसंग है, जो भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन की दिव्य कथा का प्रतीक…
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Vishwakarma Aarti | विश्वकर्मा आरती

Vishwakarma Aarti | विश्वकर्मा आरती

वास्तुशिल्प और सृजन के देवता भगवान विश्वकर्मा की आराधना भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। उन्हें सृष्टि के महान निर्माता और दिव्य शिल्पकार के रूप में पूजा जाता है। विश्वकर्मा आरती उनकी महिमा का गुणगान करती है और भक्तों के हृदय में श्रद्धा और समर्पण का भाव उत्पन्न करती है। यह आरती न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और सृजनशीलता लाने का एक माध्यम भी है। विश्वकर्मा आरती ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ,सकल सृष्टि के कर्ता, रक्षक स्तुति धर्मा ॥ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ,.आदि सृष्टि में विधि…
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Surya Dev Ki Aarti | सूर्य देव की आरती

Surya Dev Ki Aarti | सूर्य देव की आरती

सूर्य देव की आरती हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। सूर्य देव को प्रकाश और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, जो पूरे संसार को जीवन देते हैं। हर सुबह उनकी पूजा कर आरती गाने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। यह आरती विशेष रूप से रविवार को की जाती है, जब सूर्य देव को जल अर्पित कर भक्त उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। सूर्य देव की आरती न केवल भक्तों के मन को शांति देती है, बल्कि उन्हें आत्मबल और सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती है।…
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Santoshi Mata ki Aarti | संतोषी माता की आरती

Santoshi Mata ki Aarti | संतोषी माता की आरती

संतोषी माता, जिनकी पूजा भारतीय संस्कृति में सुख-समृद्धि और शांति के लिए की जाती है, श्रद्धालुओं के हृदय में विशेष स्थान रखती हैं। उनकी आरती का गान न केवल आध्यात्मिक शांति देता है बल्कि जीवन में संतोष का महत्व भी सिखाता है। यह आरती मन को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है और भक्तों को कठिन समय में आशा और शक्ति प्रदान करती है। संतोषी माता की आरती जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।अपने सेवक जन को, सुख संपत्ति दाता,जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता.. सुंदर, चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो।हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो,जय संतोषी माता,…
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Annapurna Mata Ki Aarti | अन्नपूर्णा माता की आरती

Annapurna Mata Ki Aarti | अन्नपूर्णा माता की आरती

अन्नपूर्णा माता, जिन्हें भोजन और समृद्धि की देवी माना जाता है, हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखती हैं। यह मान्यता है कि उनके आशीर्वाद से घर में कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होती। उनकी आरती का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि यह एक ऐसा साधन है जो भक्तों को उनकी कृपा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। "अन्नपूर्णा माता की आरती" गाते समय मन में भक्ति और समर्पण का भाव जागृत होता है, जो हमारे जीवन को शांति और संतोष से भर देता है। अन्नपूर्णा माता की आरती बारम्बार प्रणाम,मैया बारम्बार प्रणाम ।जो नहीं ध्यावे…
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Jai Jai Tulsi Mata | जय जय तुलसी माता

Jai Jai Tulsi Mata | जय जय तुलसी माता

जय जय तुलसी माता एक भक्ति गीत है जो तुलसी माता की महिमा और उनकी दिव्यता का गुणगान करता है। यह गीत भक्तों के दिलों में श्रद्धा और भक्ति का संचार करता है। तुलसी माता को हिंदू धर्म में पवित्रता और सुख-समृद्धि की प्रतीक माना गया है। इस गीत के माध्यम से भक्त तुलसी माता से आशीर्वाद की कामना करते हैं और उनके प्रति अपनी अटूट भक्ति प्रकट करते हैं। जय जय तुलसी माता जय जय तुलसी माता,मैया जय तुलसी माता ।सब जग की सुख दाता,सबकी वर माता ॥॥ जय तुलसी माता…॥सब योगों से ऊपर,सब रोगों से ऊपर ।रज से…
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Sai Baba Aarti | साईं बाबा आरती

Sai Baba Aarti | साईं बाबा आरती

साईं बाबा की आरती भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण साधना है, जो दिल और आत्मा को शांति प्रदान करती है। शिरडी के साईं बाबा, जिन्हें करुणा, दया और चमत्कारों के लिए जाना जाता है, उनके चरणों में गाई जाने वाली आरती भक्तों को उनकी दिव्य उपस्थिति का अनुभव कराती है। चाहे सुबह की काकड़ आरती हो, दोपहर की मध्यान्ह आरती, शाम की धूप आरती या रात की शेज आरती, हर आरती में भक्तों का उनके प्रति समर्पण झलकता है। इस आरती के माध्यम से भक्त न केवल अपने जीवन के संकटों से मुक्ति पाते हैं, बल्कि साईं बाबा की कृपा…
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