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शिव स्तुति लिरिक्स: भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने का अद्भुत मार्ग

शिव स्तुति लिरिक्स: भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने का अद्भुत मार्ग

भगवान शिव, संहार के देवता और त्रिलोक के स्वामी, अपने भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न होने वाले महादेव हैं। उनकी स्तुति करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। शिव स्तुति का पाठ विशेष रूप से शिवरात्रि, सोमवार और प्रदोष व्रत के दिनों में करना अत्यंत फलदायी होता है। इस लेख में हम आपको शिव स्तुति के महत्व, विधि और लाभ के बारे में बताएंगे। शिव स्तुति लिरिक्स आशुतोष शशांक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा॥कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा॥१॥ निर्विकार ओमकार अविनाशी, तुम्ही देवाधि देव॥जगत सर्जक प्रलय करता, शिवम सत्यम सुंदरा॥२॥ निरंकार स्वरूप कालेश्वर, महा…
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ॐ जय शिव ओंकारा आरती: महादेव की कृपा प्राप्त करने का पावन मार्ग

ॐ जय शिव ओंकारा आरती: महादेव की कृपा प्राप्त करने का पावन मार्ग

भगवान शिव संहारकर्ता, करुणा के सागर और भक्तों के अभय दाता हैं। उनकी आराधना करने से समस्त दुःख और कष्ट दूर हो जाते हैं। "ॐ जय शिव ओंकारा" आरती शिवजी की महिमा का गुणगान करती है और उनके अनंत स्वरूप को समर्पित है। यह आरती श्रद्धालुओं के हृदय में भक्ति की भावना जाग्रत करती है और शिव कृपा का अनुभव कराती है। इस लेख में हम आरती के महत्व, विधि और लाभ के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। Om Jai Shiv Omkara Aarti जय शिव ओंकारा,ॐ जय शिव ओंकारा…ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा।ॐ जय शिव ओंकारा… एकानन चतुरानन पंचानन…
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शिव चालीसा और आरती: भोलेनाथ की कृपा पाने का दिव्य साधन

शिव चालीसा और आरती: भोलेनाथ की कृपा पाने का दिव्य साधन

भगवान शिव, जिन्हें भोलेनाथ, महादेव और त्रिनेत्रधारी के रूप में जाना जाता है, भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करने वाले देव हैं। उनकी उपासना के अनेक रूप हैं, जिनमें शिव चालीसा और शिव आरती का पाठ अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। शिव चालीसा का पाठ करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है, और शिव आरती के माध्यम से भक्त अपने भाव अर्पित करते हैं। इस लेख में हम शिव चालीसा एवं शिव आरती का महत्व, पाठ विधि और इसके लाभों पर विस्तृत जानकारी देंगे। Shiv Chalisa Aarti ॥दोहा॥ श्री गणेश गिरिजा सुवन।मंगल मूल सुजान॥कहत अयोध्यादास तुम।देहु अभय वरदान॥ ॥चौपाई॥ जय गिरिजा…
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शिव चालीसा लिरिक्स इन हिंदी: महादेव की कृपा प्राप्त करने का अद्भुत स्रोत

शिव चालीसा लिरिक्स इन हिंदी: महादेव की कृपा प्राप्त करने का अद्भुत स्रोत

भगवान शिव, जो संहारक और कल्याणकारी देव माने जाते हैं, भक्तों पर अपनी असीम कृपा बरसाते हैं। उनकी स्तुति करने से मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। शिव चालीसा, 40 पंक्तियों में रचित एक शक्तिशाली स्तुति है, जो महादेव की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत प्रभावी मानी जाती है। इस लेख में हम शिव चालीसा के लिरिक्स, पाठ विधि और इसके लाभों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। शिव चालीसा लिरिक्स इन हिंदी दोहा जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ चौपाई जय गिरिजा पति दीन दयाला, सदा करत…
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शिव तांडव स्तोत्रम लिरिक्स: भगवान शिव की दिव्य स्तुति

शिव तांडव स्तोत्रम लिरिक्स: भगवान शिव की दिव्य स्तुति

शिव तांडव स्तोत्रम भगवान शिव की महिमा का अत्यंत शक्तिशाली और चमत्कारी स्तोत्र है। इस स्तोत्र की रचना लंका नरेश रावण ने की थी, जब वे अपने बल और भक्ति से भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास कर रहे थे। इस स्तोत्र का हर शब्द शिवजी के तांडव नृत्य और उनके अद्भुत स्वरूप का वर्णन करता है। जो भी भक्त श्रद्धा और समर्पण से इसका पाठ करता है, उसे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और उसके जीवन से सभी संकट दूर हो जाते हैं। शिव तांडव स्तोत्रम लिरिक्स जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले,गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्।डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं,चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्।1। जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी,विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि।धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावके,किशोरचन्द्रशेखरे…
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गणेश मंत्र लिरिक्स: श्री गणेश जी की कृपा प्राप्त करने का दिव्य मार्ग

गणेश मंत्र लिरिक्स: श्री गणेश जी की कृपा प्राप्त करने का दिव्य मार्ग

भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है। कोई भी शुभ कार्य करने से पहले गणपति जी की वंदना की जाती है, जिससे सभी कार्य निर्विघ्न संपन्न होते हैं। गणेश मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और सुख-समृद्धि का संचार होता है। इस लेख में हम आपको गणेश मंत्र लिरिक्स, इसके जाप की विधि और इसके लाभ के बारे में बताएंगे। गणेश मंत्र लिरिक्स वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा ॐ लंबोदर नमो नमः, ॐ विघ्नेश्वर नमो नमःॐ हिवेश्वर नमो नमः, ॐ चिंतामणि…
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गणेश मंत्र: सुख, समृद्धि और बाधा निवारण का दिव्य स्रोत

गणेश मंत्र: सुख, समृद्धि और बाधा निवारण का दिव्य स्रोत

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता, बुद्धि प्रदाता और मंगलकारी देवता माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले गणेश जी की पूजा करना अनिवार्य माना जाता है, ताकि जीवन की सभी बाधाएँ दूर हो सकें। गणेश मंत्रों का जप करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता का संचार होता है। इस लेख में हम आपको गणेश मंत्रों के महत्व, विधि और लाभ के बारे में विस्तार से बताएंगे। गणेश मंत्र गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक :॥धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम॥1॥ ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥2॥ ॐ…
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अनुराधा पौडवाल गणेश आरती लिरिक्स: सुख, समृद्धि और सिद्धि प्राप्त करने का मार्ग

अनुराधा पौडवाल गणेश आरती लिरिक्स: सुख, समृद्धि और सिद्धि प्राप्त करने का मार्ग

भगवान गणेश, जिन्हें प्रथम पूज्य कहा जाता है, भक्तों की हर मनोकामना पूरी करने वाले देवता हैं। उनकी आरती का विशेष महत्व है, और जब इसे प्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौडवाल जी के मधुर स्वर में गाया जाता है, तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है। इस लेख में हम आपको "अनुराधा पौडवाल गणेश आरती" के बोल, इसकी विधि और लाभ के बारे में विस्तार से बताएंगे। अनुराधा पौडवाल गणेश आरती लिरिक्स जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥1॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥2॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश…
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गणेश भगवान की आरती: सुख, समृद्धि और सिद्धि का मार्ग

गणेश भगवान की आरती: सुख, समृद्धि और सिद्धि का मार्ग

भगवान गणेश, जिन्हें प्रथम पूज्य देवता माना जाता है, बुद्धि, समृद्धि और शुभता के प्रतीक हैं। उनकी आरती करने से जीवन में सुख-शांति आती है और सभी विघ्न दूर हो जाते हैं। यह लेख आपको गणेश भगवान की आरती, उसकी विधि और लाभों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। गणेश भगवान की आरती जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा…
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जय गणेश आरती: विघ्नहर्ता की कृपा प्राप्त करने का दिव्य मार्ग

जय गणेश आरती: विघ्नहर्ता की कृपा प्राप्त करने का दिव्य मार्ग

गणपति बप्पा को प्रथम पूज्य देवता माना जाता है, जिनकी आराधना के बिना कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ नहीं किया जाता। "जय गणेश आरती" गणेश जी की महिमा का गुणगान करने वाली एक अत्यंत पावन आरती है, जिसका नियमित पाठ करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस लेख में हम आपको जय गणेश आरती की विधि, लाभ और महत्व के बारे में बताएंगे। जय गणेश आरती जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा,माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥1॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी,माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥2॥ जय गणेश…
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