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Apr
भगवान शिव, संहार के देवता और त्रिलोक के स्वामी, अपने भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न होने वाले महादेव हैं। उनकी स्तुति करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। शिव स्तुति का पाठ विशेष रूप से शिवरात्रि, सोमवार और प्रदोष व्रत के दिनों में करना अत्यंत फलदायी होता है। इस लेख में हम आपको शिव स्तुति के महत्व, विधि और लाभ के बारे में बताएंगे। शिव स्तुति लिरिक्स आशुतोष शशांक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा॥कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा॥१॥ निर्विकार ओमकार अविनाशी, तुम्ही देवाधि देव॥जगत सर्जक प्रलय करता, शिवम सत्यम सुंदरा॥२॥ निरंकार स्वरूप कालेश्वर, महा…