मोटोरोला के स्मार्टफोन्स के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं, क्योंकि अमेरिका में उनकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की संभावना जताई जा रही है। यूएस इंटरनेशनल ट्रेड कमीशन (ITC) ने यह पाया है कि मोटोरोला ने स्वीडिश कंपनी एरिक्सन के 5G पेटेंट का उल्लंघन किया है।
ITC के फैसले से आयात पर संकट
अगर ITC का अंतिम फैसला मोटोरोला के खिलाफ आता है, तो अमेरिका में कंपनी के स्मार्टफोन का आयात पूरी तरह से बंद हो सकता है। यह मोटोरोला के लिए बड़ा नुकसान होगा, क्योंकि अमेरिका कंपनी का एक प्रमुख बाजार है। वर्तमान में मोटोरोला की अमेरिकी बाजार में करीब 14% हिस्सेदारी है, जो उसे वहां के प्रमुख स्मार्टफोन ब्रांड्स में शामिल करती है।
शुरुआती फैसले का प्रभाव
हाल ही में एक ITC जज ने मोटोरोला को एरिक्सन के पेटेंट का उल्लंघन करने का दोषी ठहराया। इस फैसले के बाद मोटोरोला के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट विवाद और बढ़ गया है। हालांकि, यह केवल एक शुरुआती निर्णय है, और इस मामले में अंतिम फैसला अप्रैल 2024 में सुनाया जाएगा।
एरिक्सन ने लगाए गंभीर आरोप
स्वीडिश कंपनी एरिक्सन ने ITC में शिकायत दर्ज की थी कि मोटोरोला के “मोटो जी” और “मोटो रेजर” जैसे स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल की गई 5G वायरलेस टेक्नोलॉजी ने उनके पेटेंट का उल्लंघन किया है। इसके जवाब में मोटोरोला की मूल कंपनी लेनोवो ने इन आरोपों को खारिज किया है।
अन्य देशों में भी जारी है विवाद
यह विवाद सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं है। एरिक्सन और मोटोरोला के बीच ब्राजील, कोलंबिया, यूके, और नॉर्थ कैरोलिना में भी पेटेंट उल्लंघन को लेकर कानूनी लड़ाई चल रही है।
ब्राजील और कोलंबिया में जीत: एरिक्सन ने कोर्ट के शुरुआती आदेश में मोटोरोला के खिलाफ जीत दर्ज की, जिसके बाद वहां लेनोवो स्मार्टफोन की बिक्री पर रोक लगा दी गई।
अमेरिकी अदालत का फैसला: हालांकि, अक्टूबर में एक अमेरिकी अपीलीय अदालत ने दक्षिण अमेरिकी बाजार में बिक्री प्रतिबंध लागू करने पर रोक लगा दी थी।
मोटोरोला की अमेरिकी बाजार में स्थिति
काउंटप्वाइंट की नवंबर 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, मोटोरोला ने 2024 की तीसरी तिमाही में अमेरिका के स्मार्टफोन बाजार का लगभग 14% कब्जा कर लिया था। इसके साथ ही कंपनी ने सालाना 21% की ग्रोथ दर्ज की थी। इस ग्रोथ ने मोटोरोला की मजबूत सेल और बाजार में मौजूदगी को दर्शाया।
प्रतिबंध से संभावित नुकसान
अगर अमेरिका में मोटोरोला के स्मार्टफोन्स पर प्रतिबंध लगता है, तो कंपनी को बड़ा झटका लग सकता है।
बाजार हिस्सेदारी पर असर: 14% हिस्सेदारी खोना कंपनी की आय और प्रतिष्ठा के लिए नुकसानदायक होगा।
प्रतिद्वंद्वियों को फायदा: प्रतिबंध के बाद अन्य स्मार्टफोन कंपनियां मोटोरोला की जगह ले सकती हैं।
लेनोवो की प्रतिक्रिया और संभावनाएं
लेनोवो ने स्पष्ट किया है कि उसने किसी भी पेटेंट का उल्लंघन नहीं किया है। कंपनी इस मामले में अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही है।
भविष्य की राह चुनौतीपूर्ण
मोटोरोला और एरिक्सन के बीच यह पेटेंट विवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है। अगर ITC का अंतिम फैसला मोटोरोला के खिलाफ आता है, तो अमेरिकी बाजार में उसकी मौजूदगी खतरे में पड़ सकती है। वहीं, यह विवाद अन्य बाजारों में भी मोटोरोला की छवि और बिक्री पर नकारात्मक असर डाल सकता है।