नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और देश की राजनीति के पथप्रदर्शक लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ने की खबर ने पूरे देश को चिंतित कर दिया है। 96 वर्षीय आडवाणी को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें निगरानी में रखने का निर्णय लिया। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है और डॉक्टरों की एक टीम उनकी सेहत पर करीब से नजर रख रही है।
लालकृष्ण आडवाणी का व्यक्तित्व और योगदान
लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति के एक ऐसे व्यक्तित्व हैं, जिनकी सोच और कार्यों ने भारतीय जनता पार्टी को एक छोटे संगठन से देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनाने में अहम भूमिका निभाई। आडवाणी न केवल एक राजनीतिज्ञ हैं, बल्कि एक विचारक, लेखक और संगठनकर्ता भी हैं।
राजनीतिक सफर की शुरुआत:
आडवाणी का राजनीतिक सफर 1951 में भारतीय जनसंघ से शुरू हुआ। उन्होंने पार्टी के लिए विभिन्न भूमिकाओं में काम किया और 1980 में भाजपा के गठन के बाद वह पार्टी के प्रमुख स्तंभ बन गए।
राम जन्मभूमि आंदोलन और रथ यात्रा:
आडवाणी के नेतृत्व में 1990 में निकाली गई राम रथ यात्रा ने भारतीय राजनीति में भाजपा की स्थिति को मजबूती दी। इस आंदोलन के कारण भाजपा ने अपनी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाया।
उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री:
2002 से 2004 तक देश के उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री के रूप में उन्होंने महत्वपूर्ण निर्णय लिए। उनकी साफ-सुथरी छवि और निर्णय लेने की क्षमता के लिए वह जाने जाते हैं।
भाजपा और देशभर से प्रतिक्रिया
जैसे ही आडवाणी की तबीयत खराब होने की खबर आई, भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं में चिंता फैल गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “लालकृष्ण आडवाणी जी हमारे प्रेरणास्रोत हैं। उनकी सेहत के लिए मेरी प्रार्थना है। पूरा देश उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी अस्पताल पहुंचकर उनकी सेहत का जायजा लिया। भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी डॉक्टरों से संपर्क कर उनकी स्थिति की जानकारी ली।
डॉक्टरों की स्थिति रिपोर्ट
अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों के अनुसार, लालकृष्ण आडवाणी को रूटीन चेकअप और कुछ विशेष जांचों के लिए भर्ती किया गया है।
डॉक्टरों ने कहा, “उनकी उम्र को देखते हुए, उन्हें नियमित निगरानी में रखा जा रहा है। उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है और घबराने की कोई बात नहीं है।” अस्पताल प्रशासन ने यह भी बताया कि उनके परिवार के सदस्य अस्पताल में मौजूद हैं और हर स्थिति पर नजर रख रहे हैं।