RS Shivmurti

साल 2025 को बनाएं रोगहीन: स्वस्थ जीवन का संकल्प लें

साल 2025 को बनाएं रोगहीन: स्वस्थ जीवन का संकल्प लें
खबर को शेयर करे
RS Shivmurti

साल 2025 आपके और आपके परिवार के लिए रोगमुक्त हो सकता है, अगर आप अभी से संकल्प लें कि स्वास्थ्य को प्राथमिकता देंगे। बदलती जीवनशैली के साथ, योग को अपने दिनचर्या में शामिल करना सबसे सरल और प्रभावी उपाय है। सिर्फ दो योगासन आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत को सशक्त बना सकते हैं। आइए जानते हैं इन योगासनों के बारे में विस्तार से।

RS Shivmurti

योग: सेहत का आधार
योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन का भी मूल मंत्र है। रोजाना कुछ मिनट योग करने से शरीर और मन को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।

समय की कमी के लिए समाधान:


जो लोग अपने व्यस्त जीवन में योग के लिए अधिक समय नहीं निकाल पाते, वे भी सिर्फ दो योगासन नियमित रूप से अपनाकर बीमारियों से बच सकते हैं। ये सरल आसन आपके शरीर और मन दोनों को सशक्त बनाएंगे।

योगासन 1: सूर्य नमस्कार


संपूर्ण शरीर के लिए लाभकारी
सूर्य नमस्कार 12 आसनों का एक सेट है, जो पूरे शरीर को लाभ पहुंचाता है। यह शरीर की स्ट्रेचिंग और मांसपेशियों की मजबूती में सहायक है। इसके फायदे निम्नलिखित हैं:

रक्त संचार में सुधार: शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाता है।
पाचन तंत्र मजबूत करता है: ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है।
मानसिक शांति: तनाव को कम करता है।
वजन नियंत्रण: शरीर को संतुलित और सक्रिय बनाए रखता है।

सूर्य नमस्कार कैसे करें?


शुरुआत में 5-7 चक्र करें।
धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर 12 चक्र तक ले जाएं।
सुबह खाली पेट इस योगासन का अभ्यास करें।

योगासन 2: भुजंगासन


रीढ़ की हड्डी और फेफड़ों के लिए फायदेमंद
भुजंगासन आपके शरीर के लिए कई तरह से लाभकारी है। यह रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पीठ दर्द से राहत दिलाता है। इसके अन्य फायदे निम्नलिखित हैं:

इसे भी पढ़े -  रूखी और बेजान त्वचा से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं पपीता

श्वसन तंत्र को मजबूत करता है: फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
पाचन तंत्र में सुधार: पेट के अंगों की मालिश करता है।
तनाव और थकान को कम करता है: मानसिक शांति देता है।

भुजंगासन कैसे करें?


पेट के बल लेटें।
दोनों हाथों को कंधों के नीचे रखें।
सांस लेते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं।
गर्दन को ऊपर की ओर ले जाएं।
इस मुद्रा में 20-30 सेकंड तक रुकें और फिर वापस आएं।

नियमितता का महत्व


योग का प्रभाव तभी दिखता है जब इसे नियमित रूप से किया जाए। भले ही शुरुआत में केवल 10 मिनट दें, लेकिन इसे रोजाना अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। धीरे-धीरे आप इसके सकारात्मक प्रभाव को महसूस करेंगे।

विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी
योगासन करते समय सही तकनीक अपनाना बहुत जरूरी है। गलत मुद्रा से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। इसलिए किसी योग गुरु या विशेषज्ञ से सही आसन सीखें और फिर अभ्यास करें।

नोट: स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें
यह लेख योग गुरु के सुझावों पर आधारित है। हालांकि, हर व्यक्ति का शारीरिक ढांचा और स्वास्थ्य स्थिति अलग होती है। इसलिए कोई भी आसन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।

अस्वीकरण:
यह लेख केवल जागरूकता के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा और परखा गया है। संबंधित बीमारी या योगासन के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना अनिवार्य है।

संकल्प लें और जीवनशैली बदलें
साल 2025 को स्वस्थ और रोगमुक्त बनाने के लिए अभी से पहल करें। अपने और अपने परिवार की भलाई के लिए योग को दिनचर्या में शामिल करें और सकारात्मक बदलाव का अनुभव करें।

Jamuna college
Aditya