काशी विश्वनाथ धाम में लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के राज्याभिषेक पर्व तिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा का षोडशोपचार पूजन संपन्न किया गया। इस अवसर पर अहिल्याबाई के वंशज उदयसिंह राजे होलकर सपत्नीक उपस्थित हुए। उनके साथ डॉ. माधुरी कानिटकर, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य रविन्द्र किरकोले, काशी विद्वत परिषद् के महामंत्री प्रो. रामनारायण द्विवेदी, विभाग प्रचारक नितिन कुमार और अन्य प्रमुख हस्तियों ने लोकमाता को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
कार्यक्रम के दौरान काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने सभी पदाधिकारियों को मंदिर प्रबंधन की ओर से सम्मानित किया। साथ ही, मंदिर परिसर में स्थित भारत माता की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया गया।
इस मौके पर उदयसिंह राजे होलकर ने काशी विश्वनाथ धाम के भव्य स्वरूप की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री द्वारा अहिल्याबाई के सपनों को साकार करने का प्रतीक है। डॉ. माधुरी कानिटकर ने इसे राष्ट्र का गौरव बताया। रविन्द्र किरकोले ने विरासतों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रो. रामनारायण द्विवेदी ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर काशीवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने कहा कि हमारी संस्कृति की रक्षा में मातृशक्ति की भूमिका अहम है और अहिल्याबाई इसका आदर्श उदाहरण हैं। अंत में मंदिर के शास्त्रियों ने विधिवत पूजन-अर्चन कराया, जो श्रद्धा और संस्कृति के प्रति गहरी निष्ठा का परिचायक था।