विशेश्वरगंज की गल्ला मंडी के व्यापारियों ने नगर निगम के कर्मचारियों को बाड़ा नंबर 5 में बने कूड़ा घर में कचरा फेंकने से रोक दिया। उनका कहना है कि जब तक कचरा फेंकने का कोई निश्चित समय तय नहीं होता, तब तक वे वहां कचरा फेंकने की अनुमति नहीं देंगे। व्यापारियों के अनुसार, यह कूड़ा घर पहले से ही पूरी तरह भर चुका है और अब इसमें और कचरा डालने से समस्याएं और बढ़ेंगी।
व्यापारी राहुल अग्रहरि ने बताया कि यह मंडी पूर्वांचल की सबसे बड़ी गल्ला मंडी है, जहां दूध मंडी, ऑटो स्टैंड, टोटो चालकों और नगर निगम की कूड़ा गाड़ी के लिए सीमित जगह है। इस छोटे से स्थान पर व्यापारियों के लिए काम करना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि कूड़ा फेंकने का समय निर्धारित न होने से गंदगी का स्तर बढ़ता है, जिससे आसपास का वातावरण दूषित हो रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम को इस समस्या का जल्द समाधान निकालना चाहिए। वे मांग कर रहे हैं कि या तो कूड़े के निस्तारण के लिए कोई और स्थान तय किया जाए, या फिर इस प्रक्रिया को समयबद्ध और व्यवस्थित किया जाए। यदि उनकी मांगों को अनसुना किया गया, तो वे विरोध प्रदर्शन तेज करने की चेतावनी दे रहे हैं।
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि व्यापारियों की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए समस्या का समाधान निकाला जाएगा।