ग्राम सभा वम्हनियाँव रायपुर (दक्षिण बस्ती) में सार्वजनिक जमीन पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति, काली जी के मंदिर और कुएं पर अतिक्रमण के मामले ने तूल पकड़ लिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस अतिक्रमण की वजह से वे अपने चानी जिने (जीवन यापन) के लिए मजबूर हो गए हैं।
अतिक्रमण के आरोप श्रीयत राम (पुत्र स्वर्गीय देवनाथ राम), मंगलराम (पुत्र स्वर्गीय श्रीवत राम), अमहेश राम (पुत्र स्वर्गीय श्रीयत राम), और गणेश राम (पुत्र स्वर्गीय श्रीवत राम) पर लगाए गए हैं।
इस अतिक्रमण का विरोध करने वालों में लालचंद राम, जसवंत राम, जटाराम देवसरन, धासू राम, सरवन देवमूरत राम, रामअवध, त्रिलोकी, भरत राम, संजय राम (पुत्र लल्लन), सुरेंद्र (पुत्र सवरू राम), अरविंद, अजीत, मदन, हरेंद्र, राजेंद्र, राममूरत, जामवन्त, सुजीत, विवेक, दुलारी देवी, रीता देवी, त्योनी देवी, अर्चना देवी, अंजली, मंगलरी देवी, रेखा देवी, माला देवी, पार्वती देवी, सोनी देवी, और रानी देवी शामिल हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण उनके धार्मिक और सामाजिक जीवन को प्रभावित कर रहा है, और वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने प्रशासन से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है ताकि सार्वजनिक जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जा सके।
ग्रामीणों का कहना है कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेंगे और यदि आवश्यकता पड़ी तो बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
रिपोर्ट-प्रेमलता चंदौली