वाराणसी-काशी विश्वनाथ मंदिर में शुक्रवार को अचानक अलार्म बजने लगा और कमांडो गेट की ओर भागे। अलग-अलग टीमें अलग दिशा में भागी। किसी ने दर्शनार्थियों को कवर किया तो कोई गेट के बंकर पर मुस्तैद हो गया। आतंकियों के प्रवेश का मैसेज चलते हाई अलर्ट एरिया को खाली कर दिया गया। पुलिस, फायर ब्रिगेड, बम निरोधक दस्ते समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने पोजीशन लेकर आतंकियों को घेरकर दबोच लिया।
शुक्रवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में आतंकी घटना से निपटने के लिए शुक्रवार को मॉक ड्रिल हुआ। इसमें पुलिस ने मंदिर में मॉकड्रिल के क्रम में सूचना प्रसारित की गई कि परिसर में आतंकी प्रवेश कर चुके है। हाई अलर्ट की सूचना जारी होते ही अलार्म बजा और वायरलेस सेट पर मैसेज चला। मॉकड्रिल में एसीपी सुरक्षा (प्रथम) अमित कुमार श्रीवास्तव, एसीपी सैकेंड नितिन तनेजा, सीआरपीएफ के साहाय्यक सेनानायक पंकज कुमार, क्यूएटी प्रभारी निरीक्षक रामलखन, कंट्रोल रूम प्रभारी आरएसआई समर सिंह, पाली प्रभारी राजेश कुमार पांडेय, दिवसाधिकारी रवींद्र सिंह रहे। वहीं पीएसी के सीसी प्रथम साहेब लाल, सीसी द्वितीय अनिल कुमार राय, केवीएम चौकी इंजार्च उमेश चन्द्र विश्वकर्मा, दशाश्वमेध थाने के एसआई अजितेश चौधरी, श्राईन यूनिट के उप निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार यादव, बम निरोधक दस्ता प्रभारी पप्पू यादव, फायर सर्विस के रामू कुमार आदि शामिल रहे।