वाराणसी में राष्ट्रीय संस्था ‘सत्या फाउंडेशन’ द्वारा ध्वनि प्रदूषण पर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ककरमत्ता स्थित लिटिल फ्लावर हाउस और राजघाट बेसेंट स्कूल में संपन्न हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय कुमार पाण्डेय ने भाग लिया। उन्होंने ध्वनि प्रदूषण के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभावों की जानकारी दी।
सत्या फाउंडेशन के सचिव चेतन उपाध्याय ने बताया कि ध्वनि प्रदूषण न केवल स्वास्थ्य, बल्कि सामाजिक शांति के लिए भी बड़ा खतरा है। तेज आवाज वाले लाउडस्पीकर, डी.जे., और पटाखों के कारण तनाव, हार्ट अटैक, बहरापन जैसी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि सत्या फाउंडेशन ने प्रधानमंत्री से पूरे वर्ष पटाखों और खुले में डी.जे. पर प्रतिबंध लगाने की माँग की है।
डॉ. अजय कुमार पाण्डेय ने विस्तार से बताया कि ध्वनि प्रदूषण से हृदय गति और रक्तचाप पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे अनिद्रा, डिप्रेशन और बहरापन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। उन्होंने सभी से ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए सत्या फाउंडेशन के इस अभियान में शामिल होने की अपील की और साइलेंस जोन में ध्वनि नियंत्रण कानूनों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया।
अंत में, उपस्थित लोगों ने पटाखों और डी.जे. के प्रयोग से बचने की शपथ ली। कार्यक्रम का समापन लिटिल फ्लावर हाउस की अदिति गुलाटी और राजघाट बेसेंट स्कूल की प्रधानाचार्या अर्शिया अख्तर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।