सोनाली पटवा.वाराणसी कैंट जीआरपी (Government Railway Police) ने हाल ही में 111 यात्रियों के चोरी और गुम हुए मोबाइल फोन खोज निकाले, जिससे इन यात्रियों के चेहरे पर खुशी लौट आई है। रविवार को कैंट जीआरपी इंस्पेक्टर हेमंत सिंह ने इन मोबाइल फोनों को उनके मालिकों को लौटाया। कुल मिलाकर इन मोबाइल फोनों की कीमत 25 लाख रुपये आंकी गई है।
मोबाइल वापस पाकर खुश हुए यात्री
मोबाइल वापस पाने के बाद यात्रियों ने अपनी खुशी और राहत व्यक्त की। वाराणसी की रहने वाली मुस्कान ने बताया कि उसका मोबाइल अप्रैल 2023 में कैंट स्टेशन से गायब हो गया था। मोबाइल में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज थे, जिसके गुम होने से वह बहुत चिंतित थी। अब जब उसे उसका मोबाइल वापस मिल गया है, तो वह जीआरपी पुलिस को धन्यवाद कहती है।
बिहार के नीरज ने बताया कि वह राम जन्मभूमि दर्शन के लिए जा रहे थे, तभी नवंबर में कैंट स्टेशन पर उनका मोबाइल खो गया था। उन्होंने उम्मीद खो दी थी कि उनका मोबाइल कभी मिलेगा। लेकिन जब उन्हें फोन आया कि उनका मोबाइल मिल गया है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
पूजा ने भी अपनी खुशी व्यक्त की। चार महीने पहले उनका मोबाइल गायब हो गया था जब वह अपने रिश्तेदारों को छोड़ने आई थीं। मोबाइल में कई महत्वपूर्ण नंबर और दस्तावेजों के फोटो थे। अब मोबाइल वापस पाकर वह बहुत खुश हैं और उन्होंने जीआरपी को धन्यवाद दिया।
जीआरपी का सराहनीय प्रयास
कैंट जीआरपी इंस्पेक्टर हेमंत सिंह ने बताया कि सर्विलांस सेल के अथक प्रयासों के चलते इन मोबाइल फोनों की बरामदगी संभव हो सकी। विभिन्न शहरों जैसे गुवाहाटी, असम, बिहार, कोलकाता, कर्नाटक और दिल्ली से इन मोबाइल फोनों को बरामद किया गया है। कोर्ट के आदेश पर इन मोबाइल फोनों को उनके असली मालिकों तक पहुंचाया जा रहा है।
जीआरपी के इस सराहनीय कार्य ने यात्रियों को यह विश्वास दिलाया है कि रेलवे पुलिस उनकी सुरक्षा और संपत्ति की देखभाल के प्रति पूरी तरह समर्पित है। इन 111 मोबाइल फोनों की बरामदगी ने यात्रियों के चेहरे पर मुस्कान वापस ला दी है और उन्होंने जीआरपी की इस पहल की सराहना की है।