चंदौली, 16 सितंबर: आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवादल के प्रशिक्षण शिविर के तीसरे दिन का शुभारंभ ‘द्वीप प्रज्वलन’ के साथ हुआ। सुबह 6 बजे ‘वंदेमातरम’ से दिनचर्या की शुरुआत की गई और 8:30 बजे ध्वजारोहण हुआ। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, प्रोफेसर आनंद दीपायन और प्रोफेसर आर. के. मंडल ने अपने व्याख्यान दिए।
प्रोफेसर आनंद दीपायन ने अपने संबोधन में गांधी और नेहरू पर हो रही अशोभनीय टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि उनके विचार आज भी दुनिया में प्रासंगिक हैं। उन्होंने नीति आयोग की स्थापना और योजना आयोग को समाप्त करने के निर्णय की आलोचना करते हुए इसे जनता के साथ धोखा बताया। दीपायन ने कांग्रेस सेवादल को गांधी-नेहरू के विचारों का संवाहक बताया।
प्रोफेसर आर. के. मंडल ने नेहरू की वैज्ञानिक सोच के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने सावरकर, गोडसे, और गोलवलकर के विचारों की आलोचना करते हुए बताया कि किस प्रकार इन्हें आज राष्ट्रहित में गलत रूप से परोसा जा रहा है।
कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लाल जी देसाई ने अपने संबोधन में कोरव-पांडवों के उदाहरण के माध्यम से दो विचारधाराओं—सत्ता केंद्रित और सत्ता विकेंद्रित—के बारे में चर्चा की। शिविर में 14 समूहों में ‘मेरे सपनों का उत्तर प्रदेश कैसा हो’ पर समूह चर्चा आयोजित की गई, जहां चार्ट तैयार कराए गए।
श्री लाल जी देसाई ने स्वयंसेवकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सफलता के लिए “संपर्क, संवाद, संबंध और संघर्ष” के सूत्र बताए। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और फ्रंटल संगठन प्रभारी विश्वविजय सिंह ने कांग्रेस सेवादल को कांग्रेस की नीतियों को जनमानस तक पहुँचाने में अग्रणी बताया।
कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार पांडे ने किया, जिन्होंने शिविर की विस्तृत रिपोर्ट और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। प्रांतीय मुख्य संगठक सतीश बिंद और जिला कांग्रेस अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया, जबकि शहर अध्यक्ष राज जी गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर 300 से अधिक शिविरार्थी उपस्थित थे, जिनमें मधुराय, नारायण मूर्ति ओझा, राम आधार जोसेफ, शिव कुमार पटेल, सुनील राम, राजेन्द्र दुबे, सरिता पटेल, और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।