
वाराणसी में गंगा के जलस्तर में फिर तेजी से वृद्धि शुरू हो गई है। बुधवार की सुबह जलस्तर 68.77 मीटर पर पहुंच गया। 4 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में तटवर्ती इलाकों में खतरा बढ़ गया है। वाराणसी में गंगा का चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है।
पिछले गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही थी। जलस्तर चेतावनी बिंदु को छूने लगा था। काशी के घाट जलमग्न हो गए थे। वहीं वरूणा का पानी घरों में प्रवेश कर गया था। गंगा के चलते वरूणा में भी पलट प्रवाह के चलते उफान था। दर्जनों परिवारों को बाढ़ राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी थी। जलस्तर बाद में कम होने लगा था। इससे लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि एक बार फिर गंगा के जलस्तर में वृद्धि का दौर शुरू हो गया है।
बुधवार की सुबह 10 बजे गंगा के जलस्तर में 4 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से वृद्धि रिकॉर्ड की गई। जलस्तर बढ़कर 68.77 मीटर पर पहुंच गया। जलस्तर चेतावनी बिंदु से महज दो मीटर नीचे है। ऐसे में तटवर्ती इलाकों में खतरा बढ़ गया है। 1978 की बाढ़ के दौरान गंगा सबसे अधिक उफान पर थीं। जलस्तर 9 सितंबर 1978 को 73.901 मीटर पर पहुंच गया था।
