
वाराणासी जिले के शिवपुर में सोमवार की शाम भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर विराजित होकर प्रभु जगन्नाथ श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे इसी के साथ ही भगवान और भक्तों के प्रेम का अनूठा रिश्ता आस्था के मेले में सड़क की पटरियों पर रच बस गया। शिवपुर का यह रथयात्रा मेला बारिश के साथ भक्ति भाव के रंग से सराबोर हुआ। करीब 140 साल पुराना यह रथयात्रा मेला अपने आप में कई परंपराओं को समेटे हुए है।
शाम 5 बजे में प्रभु जगन्नाथ की भव्य आरती और पूजा पाठ के बाद यह रथयात्रा मेला गुलजार हो उठा। रथ का स्पर्श करने और प्रभु जगन्नाथ के चरणों में तुलसी दल अर्पित करने की होड़ मची आज शाम की बारिश के बीच मेले में आस्था और उल्लास के रंग बरसे। रात होते ही प्रभु जगन्नाथ की एक झलक पाने को भक्त बेताब दिखे।
गिलट बाजार से सेंट्रल जेल पुरानी चुंगी तिराहे के बीच बच्चों व युवतियों की भीड़ खुशियां बांटती रही। मेले में सजावटी सामानों, मूर्तियों के साथ ही खिलौनों की दूकानें खरीदारों से गुलजार हो गईं। फूलों के रंग बिरंगे लतर से सजे रथ के दर्शन के लिए लोग घरों से निकलते रहे। मेले में बच्चों से लेकर बड़े तक झूले, चरखे, गुब्बारों के साथ लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते रहे। हालांकि इस साल बारिश के वजह से भीड़ कम दिखीं।