


जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए हैं। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिससे पूरे देश में आक्रोश है। केंद्र सरकार की ओर से जारी निर्देशों के तहत उत्तर प्रदेश में रह रहे 1,500 से अधिक पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई है, जिन्हें अब वापस उनके देश भेजा जाएगा।

उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी संबंधित जिलों के प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे इन पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया तुरंत शुरू करें। इन नागरिकों की पहचान बरेली, वाराणसी, रामपुर सहित कई जिलों में की गई है। आदेश के मुताबिक, 27 अप्रैल तक सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ना होगा। हालांकि मेडिकल वीजा पर आए लोगों को 29 अप्रैल तक का समय दिया गया है।
राज्य सरकार ने इस स्थिति को देखते हुए प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। विशेष रूप से जुमा नमाज़ के दौरान सुरक्षा चाक-चौबंद रखने के लिए ड्रोन की निगरानी और पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए खुफिया तंत्र को भी सक्रिय किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार रात को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें राज्य की वर्तमान सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी हालात में कानून-व्यवस्था बिगड़ने न पाए और हर गतिविधि पर सतर्कता रखी जाए।
केंद्र सरकार के इस कदम को राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है। पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।