

प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ हर चार साल में एक बार होता है, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय अनुभव भी है। इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए शहर के लोग अपने घरों में विशेष तैयारियों में जुट गए हैं। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए घरों को पेइंग गेस्ट हाउस के रूप में पंजीकृत कराए जा रहे हैं, जहां पूरी तरह से सुविधाओं से लैस कमरों की व्यवस्था की जा रही है। इससे न केवल श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित और आरामदायक ठहराव मिलेगा, बल्कि यह शहरवासियों के लिए भी एक नई व्यवसायिक संभावना को जन्म देगा।

213 परिवारों ने घर को किया पंजीकृत
अब तक 213 परिवारों ने अपने घर के एक हिस्से को पेइंग गेस्ट हाउस योजना के तहत पंजीकरण कराया है। इन परिवारों ने अपनी तरफ से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरी तैयारी की है। कुछ ने टीवी, बेड, सीसीटीवी कैमरे, वाटर प्यूरीफायर जैसी जरूरी सुविधाएं अपने घरों में लगवाई हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, पूजा की व्यवस्था के लिए घरों में देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी रखी गई हैं, ताकि यह अनुभव और भी धार्मिक रूप से समृद्ध हो।
इन घरों में से कुछ परिवारों ने तो खासतौर पर नए कमरे भी बनवाए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को ठहरने की जगह मिल सके। समीर पांडेय, जो मोहत्सिमगंज में रहते हैं, बताते हैं कि उन्होंने अपने घर के पांच कमरे को “निर्माला इन” के नाम से पंजीकृत किया है। इसके लिए उन्होंने पाँच नए डबल बेड, टीवी, गीजर और सीसीटीवी जैसी सुविधाएं लगवाई हैं। समीर पांडेय कहते हैं, “अब तक लगभग 2.5 लाख रुपये इस काम पर खर्च हो चुके हैं।” वह यह भी बताते हैं कि ओडिशा से आए काजू व्यापारी धीरेंद्र महापात्रा ने उनके घर को 5 से 8 जनवरी तक बुक किया है। उनके साथ 15 लोग संगम में स्नान करने आएंगे।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक व्यवस्था तैयार करने में जुटे लोग
इसके अलावा, छिवकी निवासी संजय मिश्रा ने अपने घर के प्रथम तल के छह कमरों को “प्रयागराज” नाम से पंजीकृत किया है। इन कमरों के लिए उन्होंने 10 गद्दे, 5 एलईडी टीवी, और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। संजय मिश्रा कहते हैं कि सतना और अहमदाबाद से भी कुछ श्रद्धालुओं ने उनके घर में रुकने की इच्छा जताई है। इस तरह, स्थानीय लोग न केवल शहरवासियों के लिए बल्कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी सुविधाएं तैयार कर रहे हैं।
राजेश श्रीवास्तव ने घर को बनाया नक्षत्र होम स्टे
नैनी स्थित एफसीआई के पास रहने वाले राजेश श्रीवास्तव ने भी अपने घर के दो कमरों को “नक्षत्र होम स्टे” के नाम से पंजीकृत कराया है। राजेश बताते हैं कि 13 और 14 जनवरी की बुकिंग के बाद उनकी इस होम स्टे योजना में 2500 रुपये में जगह मिल रही है, जिसमें सुबह की चाय और नाश्ता भी शामिल है। उनके घर में दो लोग मुंबई से और कुछ श्रद्धालु वडोदरा से बुकिंग कराने के लिए फोन कर चुके हैं।
सुधांशु श्रीवास्तव की दो नए कमरे बनवाकर की सुविधा की व्यवस्था
तुलाराम बाग स्थित गीता निकेतन मंदिर के सामने रहने वाले सुधांशु श्रीवास्तव ने श्रद्धालुओं के लिए दो नए कमरे बनाए हैं। इन कमरों में नया टीवी, बेड और गीजर जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। सुधांशु श्रीवास्तव का मानना है कि महाकुंभ जैसे पवित्र अवसर पर शहरवासियों को श्रद्धालुओं की सेवा का मौका मिलना एक बहुत ही सम्मानजनक कार्य है, और वह पूरी तत्परता के साथ इस काम को कर रहे हैं।
महाकुंभ से श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं में विविधता
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को अधिकतम सुविधाएं मिल सके, इसके लिए स्थानीय लोग हर संभव प्रयास कर रहे हैं। कुछ लोग घरों में पूजा की व्यवस्था कर रहे हैं तो कुछ लोग आरामदेह बिस्तरों और व्यक्तिगत सेवाओं का ध्यान रख रहे हैं। इस पहल से ना केवल श्रद्धालुओं को आराम मिलेगा बल्कि यह पहल स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा दे रही है।
वह दिन जब महाकुंभ को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी
महाकुंभ के दौरान जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम पर डबकी लगाने आएगी, तब यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर श्रद्धालु को ठहरने के लिए बेहतर स्थान मिले। शहरवासियों ने इसे एक धार्मिक अवसर के रूप में लिया है और अब वे अपनी पूरी ताकत से यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जो श्रद्धालु यहाँ आएं, उनका स्वागत अच्छे तरीके से किया जाए।