फर्जी लूट का खुलासा:
पैसों की लालच में जेल पहुंचा फाइनेंस कंपनी का फील्ड मैनेजर, सिम कार्ड से खुली पोल
वाराणसी के बब्बनपुरा में रिंग रोड के पास नौ महीने पहले फाइनेंस कंपनी के फील्ड मैनेजर के साथ 97 हजार 430 रुपये की लूट नहीं हुई थी, बल्कि वह खुद ही पैसे का गबन कर लिया था। यह खुलासा चौबेपुर थाने की पुलिस मुकदमे के वादी गुरवट, रामापुर निवासी अभिषेक भारती को गिरफ्तार करने के बाद किया। आरोपी के पास से 50 हजार रुपये और एक मोबाइल बरामद किया गया है।
यह है पूरा मामला
लोहिया नगर कॉलोनी स्थित भारत फाइनेंस इंक्लूजन लिमिटेड की ब्रांच में अभिषेक भारती फील्ड मैनेजर के पद कार्यरत था। 30 मार्च 2023 को उसने पुलिस को सूचना दी थी कि वह 97 हजार 430 रुपये का कलेक्शन कर अपने ब्रांच में जमा करने जा रहा था। बब्बनपुरा में रिंग रोड के समीप बाइक सवार दो बदमाश उसे मारपीट कर उसका बैग छीन लिए। बैग में नकदी, टैबलेट और मोबाइल था। चौबेपुर थाने की पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
सिम ने खोली लूट की फर्जी कहानी की पोल
चौबेपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर विद्या शंकर शुक्ल ने बताया कि उन्हें कार्यभार मिला तो उन्होंने लंबित मुकदमे की पड़ताल नए सिरे से शुरू की। सर्विलांस की मदद से जांच में सामने आया कि जिस मोबाइल नंबर के लूटे जाने के बारे में अभिषेक ने मुकदमा दर्ज कराया था वह उसी के घर में इस्तेमाल हो रहा है। यह अभिषेक से पूछताछ का एक ठोस आधार था। उसे बुलाकर पूछताछ शुरू की गई तो वारदात की गुत्थी परत दर परत सुलझती गई।
पैसा देखकर मन में लालच आ गया था
आरोपी अभिषेक भारती को इंस्पेक्टर चौबेपुर विद्या शंकर शुक्ल के नेतृत्व में दरोगा दिलेश कुमार सरोज और कांस्टेबल गिरिजेश कुमार ने गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभिषेक ने बताया कि कलेक्शन के 97430 रुपये देखकर उसके मन में लालच आ गया था। उसने कंपनी से मिला टैबलेट भवनपुरा में रिंग रोड के समीप ईंट से कूचकर एक कुएं में फेंक दिया था। मोबाइल और पैसा घर ले जाकर रख दिया था। इसके बाद पुलिस से लूटपाट की शिकायत की थी। अभिषेक ने बताया कि 97430 रुपये में से उसने 47430 रुपये खर्च कर दिया था। 50 हजार रुपये उसके पास बचे हुए थे।