बरेली। यदि आप रोडवेज बस में सफर कर रहे हैं और अपने साथ खरगोश के बच्चे ले जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि अब यात्री के साथ खरगोश के बच्चे का भी किराया देना पड़ेगा। उत्तर प्रदेश के बदायूं में परिवहन विभाग का एक नया कारनामा सामने आया है। बरेली-बदायूं हाईवे पर यात्रा के दौरान बरेली डिपो की बस के कंडक्टर ने खरगोश के लिए भी टिकट काट दिए। एक पशु प्रेमी ने इस मामले की शिकायत परिवहन निगम के अधिकारियों से की। वहीं, बस में सफर कर रहे किसी यात्री ने खरगोश के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार बदायूं शहर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले पारस अग्रवाल ने शनिवार को बरेली के कुतुबखाना बाजार से खरगोश का बच्चा खरीदा था। पारस अग्रवाल बदायूं आने के लिए बरेली डिपो की बस में बैठे थे और पिंजरे में खरगोश के बच्चे को ले जा रहे थे। पारस अग्रवाल ने अपनी गोद में ही उस पिंजरे को रखा था, इसके बावजूद बस के कंडक्टर ने खरगोश के बच्चे के दो टिकट 75-75 रुपये के काट दिए और तीसरा टिकट 75 रुपये का पारस अग्रवाल का भी काट दिया। इस मामले की शिकायत पारस अग्रवाल ने पशु मित्र विकेंद्र शर्मा से की, जिसके बाद विकेंद्र शर्मा ने परिवहन निगम के अधिकारियों से इसकी शिकायत कर दी।
कई यात्रियों को रुपये लेकर भी नहीं दिए टिकट
बस में कई और यात्री भी बैठे थे। उनमें से कई यात्रियों से रुपये लेकर भी टिकट नहीं दिए गए थे। एक यात्री से उसके सामान के लिए 450 रुपये ले लिए गए थे, लेकिन टिकट उसे भी नहीं दिया गया था।
खरगोश का मामला मीडिया की सुर्खियों में आने पर जांच शुरू
खरगोश वाला मामला मीडिया की सुर्खियों में आने पर जांच शुरू कर दी गई है। एआरएम संजीव श्रीवास्तव ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एआरएम ने बस के कंडक्टर, खरगोश ले जाने वाले पारस अग्रवाल और पशु मित्र विकेंद्र शर्मा को बयान देने के लिए बुलाया। तीनों के बयान के बाद कंडक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
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