सोनभद्र जिले में अशिक्षा की वजह से लोग अंधविश्वास में रिश्तों का कत्ल करने से भी बाज नही आ रहे हैं। जिले की आधी आबादी आदिवासी समुदाय की है और अभी भी ज्यादातर इलाकों में शिक्षा का अभाव है इसी वजह से लोग अंधविश्वास में पड़ कर तरह तरह जादू टोना , भूत प्रेत के चक्कर में रिश्तों का कत्ल करने से भी बाज नही आ रहे हैं।
एक ऐसा ही ममला चोपन थाना क्षेत्र के कानोपान में देखने को मिला। भूतप्रेत के शंक में इकलौते पुत्र ने अपने पिता की धारदार हथियार से हत्या कर दी। वृद्ध का सिर धड़ से अलग कर मौक़े से परिवार समेत फरार हो गया। वही सुचना पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह व सीओ सीटी चारु द्विवेदी ने मौका मुआयना किया।
जनकारी के अनुसार चोपन थाना क्षेत्र के कानोपान गांव में सोनेश्वर खरवार उम्र 65 वर्ष अपने परिवार के साथ रहते थे। उनका एक ही पुत्र रवि खरवार है। रविवार को घर में भूत-प्रेत को लेकर रवि खरवार अपने पिता सोनेश्वर से झगड़ा करने लगा। इसके बाद उसने घर में अपनी मां की डंडे से पिटाई कर दी। बीच बचाव करने आय सोनेश्वर खरवार का पुत्र रवि ने गर्दन पर कुल्हाड़ी से कई वार कर दिया। इससे सिर धड़ से अलग हो गया। हत्या करने के बाद आरोपी पुत्र मौके से फरार हो गया।
गांव व आसपास किसी भी तरह का नेटवर्क नही रहने की वजह से घटना की जानकारी किसी को नही हो सकी। वही रविवार की देर शाम कोटा ग्राम प्रधान प्रहलाद चेरो को घटना की जानकारी हुई। इसके बाद चोपन पुलिस को सूचना दी गई। चोपन पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची तो घर के सभी सदस्य फरार थे।
मामले में एएसपी कालू सिंह ने बताया की रवि खरवार के ढाई वर्षीय बेटे की तबीयत खराब रहती थी जिसको लेकर वो झाड़-फूंक करा रहा था। किसी ओझा ने रवि को बताया कि उसके माता-पिता द्वारा टोना मार दिए जाने के कारण बेटा बीमार है। इसी को लेकर विवाद हो गया और पुत्र रवि खरवार ने अपने मां को लाठी डंडे से पीटना शुरू कर दिया बीच बचाव करने पहुंचे पिता को कुल्हाड़ी के वार से उसकी गर्दन शरीर से अलग कर दिया और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज आगे की कार्यवाही शुरू कर दिया है