आज, 13 नवंबर बुधवार को सुबह 10 बजे समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर महासचिव लालू यादव के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों, उत्तर प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के खिलाफ एक विशाल पैदल मार्च का आयोजन किया गया।
लालू यादव ने प्रदेश में व्याप्त ‘जंगलराज’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में भी दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं, लेकिन अपराधी कानून की गिरफ्त से बाहर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हिंदू-मुसलमान के बीच नफरत का बीज बो रहे हैं, जबकि अपराध, लूट और हत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीएचयू जैसी संस्थाओं में भी छात्राओं का उत्पीड़न हो रहा है, लेकिन अपराधियों पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हो रही।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर बोलते हुए यादव ने कहा कि वाराणसी के शिव प्रसाद गुप्त चिकित्सालय में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां गरीब मरीजों के साथ दुर्व्यवहार होता है, बाहर की दवाएं लिखी जाती हैं और मरीजों को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में दलालों का बोलबाला है और फर्जी मेडिकल प्रमाणपत्र बनवाए जाते हैं। डॉक्टर समय पर नहीं आते और मरीजों के लिए पर्चा बनवाना मुश्किल हो जाता है।
समाजवादी पार्टी ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे और मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे। इस मार्च में प्रमुख रूप से सपा पार्षद भैयालाल यादव, मनोज गुप्ता, कमल पटेल, संजय प्रदर्शी, दिलीप कश्यप, विवेक यादव, लालबचन यादव, अभिषेक यादव, मल्लू गुप्ता, संतोष मोदनवाल, आयुष यादव और मुन्नू यादव सहित कई नेता शामिल थे।