विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली महोत्सव, दशाश्वमेध घाट पर इस वर्ष भी भव्यता और आध्यात्मिकता के साथ मनाया गया। माँ गंगा की आरती में 21 अर्चकों और 42 देव कन्याओं ने भाग लिया। गंगा सेवा निधि ने माँ गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल रखने का संकल्प दिलवाया, साथ ही लाखों श्रद्धालुओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।
हजारों दीपों से घाट जगमगाया, और 20 फीट ऊँची “अमर जवान ज्योति” देशभक्ति का प्रतीक बनी। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों में श्री पीयूष आनंद (आईपीएस) और लेफ्टिनेंट जनरल आनिंद्य सेनगुप्ता जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। 39 जीटीसी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और अमर बलिदानी योद्धाओं को “भगीरथ शौर्य सम्मान” से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. रेवती साकलकर के भजन-संगीत से हुआ। 21 अर्चकों ने वैदिक रीति से माँ गंगा की पूजा की, और 42 देव कन्याओं ने भव्य आरती संपन्न कराई। सुरक्षा की दृष्टि से 24 सीसीटीवी कैमरे, 150 वालंटियर्स, और वाटर एंबुलेंस सहित सभी सुविधाएँ उपलब्ध थीं।
इस अवसर पर गंगा सेवा निधि के सदस्यों ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों का स्वागत किया। माँ गंगा के तट पर रौशनी और आध्यात्मिकता का यह संगम, देशभक्ति और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बन गया।