
चंदौली। अलीनगर थाना क्षेत्र के ढपरी गांव में शनिवार को उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक निर्माणाधीन मदरसे की जमीन की नींव खुदाई के दौरान एक प्राचीन शिवलिंग मिलने की खबर सामने आई। यह खबर फैलते ही न सिर्फ गांव बल्कि आसपास के इलाकों से भारी संख्या में लोग पहुंच गए और मौके पर ही पूजन-अर्चन शुरू हो गया।
ग्रामीणों के अनुसार, यह जमीन एक निजी मदरसे के निर्माण के लिए चिन्हित थी, जिसकी नींव खुदाई के दौरान मिट्टी से शिवलिंग निकला। चूंकि श्रावण माह चल रहा है, इसलिए लोग इस घटना को ‘भोलेनाथ के प्रकट होने’ के रूप में देख रहे हैं। श्रद्धालुओं में आस्था और उत्साह का माहौल है, वहीं मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा है।
प्रशासन ने मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए शिवलिंग को पास के एक मंदिर में विधिपूर्वक स्थापित करा दिया। हालांकि, ग्रामीणों की मांग है कि शिवलिंग को उसी स्थान पर पुनः स्थापित किया जाए, जहां से वह निकला था। स्थानीय लोगों ने साफ तौर पर कहा कि “योगी सरकार में मनमानी नहीं चलेगी” और यदि मांगें नहीं मानी गईं तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
ग्रामीणों ने पुरातत्व विभाग से स्थल का सर्वे कराने की भी मांग की है। उनका कहना है कि यह क्षेत्र धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकता है। फिलहाल, पुलिस प्रशासन सतर्क है और गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नजर रखे हुए है।
यह मामला अब केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि यह प्रशासन के लिए कानून-व्यवस्था और जनभावनाओं के बीच संतुलन की एक बड़ी परीक्षा बन गया है।