
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले एक भजन है जो भोलेनाथ की दिव्य छवि को जीवंत कर देता है। डमरू की गूंज और भोले बाबा की मस्ती भरी छवि इस गीत में झलकती है, जिससे भक्तों के हृदय में आनंद और उमंग का सागर उमड़ पड़ता है। इस भजन को सुनते ही मन नृत्य करने लगता है और भक्ति का भाव और गहरा हो जाता है।
Bade Matwale Hai Shiv Damaru Wale
निकले हैं भोला , लेकर बरात ,
भूतों की टोली , हैं उनके साथ,
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले,
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले
शीश पे हैं चंदा और जटा में गंगा की धारा,
कानों में कुंडल हैं और गले में पुष्पों की माला ,
हाथ में , डमरू को, डम डम बजा रहे हैं शिव डमरू वाले,
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले,
आगे आगे ब्रह्मा , संग विष्णु जी के चल रहे हैं ,
पीछे-पीछे देखो , ढोल ताशे मृदंग बज रहे हैं ,
खुश होकर, मस्ती में, डमरु बजा रहे हैं, शिव डमरू वाले ,
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले,
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले,
खिल उठा मन सबका, देख के ये अद्भुत नजारा,
शिव और सती का, आज होगा मिलन ये दुबारा ,
मिलने को, गोरा से, ख़ुद चले आए हैं, शिव डमरू वाले,
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले,
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले,
बड़े मतवाले हैं शिव डमरू वाले सुनकर हर भक्त के भीतर भक्ति और उल्लास की ज्योति प्रज्वलित हो उठती है। यह भजन केवल सुरों का संगम नहीं बल्कि बाबा की मस्तानी छवि का अद्भुत दर्शन है। इसे गुनगुनाते ही मन डमरू की थाप पर झूम उठता है और हृदय से यही गुंज उठता है—हर हर महादेव!

