साईं बाबा की आरती भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण साधना है, जो दिल और आत्मा को शांति प्रदान करती है। शिरडी के साईं बाबा, जिन्हें करुणा, दया और चमत्कारों के लिए जाना जाता है, उनके चरणों में गाई जाने वाली आरती भक्तों को उनकी दिव्य उपस्थिति का अनुभव कराती है। चाहे सुबह की काकड़ आरती हो, दोपहर की मध्यान्ह आरती, शाम की धूप आरती या रात की शेज आरती, हर आरती में भक्तों का उनके प्रति समर्पण झलकता है। इस आरती के माध्यम से भक्त न केवल अपने जीवन के संकटों से मुक्ति पाते हैं, बल्कि साईं बाबा की कृपा भी प्राप्त करते हैं।
साईं बाबा आरती
ॐ जय साईं हरे,
बाबा शिरडी साईं हरे॥
भक्तजनों के कारण,
उनके कष्ट निवारण॥
शिरडी में अवतरे, ॐ जय साईं हरे
ॐ जय..
दुखियन के सब कष्टन काजे,
शिरडी में प्रभु आप विराजे॥
फूलों की गल माला राजे,
कफनी, शैला सुंदर साजे॥
कारज सब के करें, ॐ जय साईं हरे
ॐ जय..
काकड़ आरत भक्तन गावें,
गुरु शयन को चावड़ी जावे॥
सब रोगों को उदी भगावे,
गुरु फकीरा हमको भावे॥
भक्तन भक्ति करें, ॐ जय साईं हरे
ॐ जय..
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई,
बौद्ध जैन सब भाई-भाई॥
रक्षा करते बाबा साईं,
शरण गहे जब द्वारिका माई॥
अविरल धूनि जरे, ॐ जय साईं हरे
ॐ जय..
श्री साईं बाबा की आरती,
आरती श्री साईं गुरुवर की।
परमानन्द सदा सुरवर की,
जा की कृपा विपुल सुखकारी,
दुःख, शोक, संकट, भयहारी॥
शिरडी में अवतार रचाया,
चमत्कार से तत्व दिखाया।
कितने भक्त चरण पर आए,
वे सुख शान्ति चिरंतन पाए॥
भाव धरै जो मन में जैसा,
पावत अनुभव वो ही वैसा॥
गुरु की उदी लगावे तन को,
समाधान लाभत उस मन को॥
साईं नाम सदा जो गावे,
सो फल जग में शाश्वत पावे॥
गुरुवार करि पूजा-सेवा,
उस पर कृपा करत गुरुदेवा॥
राम, कृष्ण, हनुमान रूप में,
दे दर्शन, जानत जो मन में॥
विविध धर्म के सेवक आते,
दर्शन कर इच्छित फल पाते॥
जै बोलो साईं बाबा की,
जै बोलो अवधूत गुरु की॥
जो नर यह आरती गावे,
घर में बसि सुख, मंगल पावे॥
साईं बाबा की आरती केवल एक गीत नहीं, बल्कि श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। इसे गाते समय मन में जो शांति और सुकून मिलता है, वह अवर्णनीय है। यह आरती हमें बाबा के संदेश – “सबका मालिक एक” की याद दिलाती है और हमें एकता और प्रेम का मार्ग दिखाती है। साईं बाबा की आरती के माध्यम से हमें यह अहसास होता है कि उनकी कृपा से कोई भी संकट असंभव नहीं है। उनके चरणों में श्रद्धा से गाई गई आरती हमारे जीवन को सुख-शांति और समृद्धि से भर देती है। “ॐ साईं राम” कहते हुए बाबा की कृपा का अनुभव करें और अपने जीवन को उज्जवल बनाएं।
