सभी गतिमान कार्यों को निर्धारित समयावधि के भीतर पूरा कराया जाये: सचिव
एलएंडटी द्वारा पेयजलापूर्ति को लेकर गावों में कराये गये कार्यों की टीम बनाकर सत्यापन करने हेतु निर्देशित किया
कार्यदायी संस्था एलएंडटी को पाइपलाइन बिछाने के दौरान क्षतिग्रस्त रास्तों आदि कार्यों को 15मई तक गुणवत्ता तरीके से पूरा कराने को निर्देशित किया
वाराणसी। एमडी जल निगम (ग्रामीण) / सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जल आपूर्ति, उत्तर प्रदेश सरकार डॉ राज शेखर की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन तथा नमामी गंगे के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई जिसमें एक्सईएन जलकल द्वारा वाराणसी परिक्षेत्र के नगर निगम की सीमा लगभग 160 वर्ग किलोमीटर है तथा लगभग 22 लाख जनसंख्या के सापेक्ष वर्तमान सीवरेज प्रोफाइल की बारीकी से जानकारी देते हुए बताया गया कि वाराणसी में वर्तमान में सात एसटीपी कार्य कर रही हैं जिनकी स्थापित क्षमता 420 एमएलडी है जिसके सापेक्ष 324 एमएलडी प्रयोग में है तथा शहर का वर्तमान में कुल डिस्चार्ज 522 एमएलडी है।
वाराणसी के संदर्भ में वर्तमान में भगवानपुर में 55 एमएलडी क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माणाधीन है तथा सुजाबाद में 7 एमएलडी क्षमता के प्लांट को मान्यता मिल गयी है। लोहता में 55 एमएलडी क्षमता की दुर्गा ड्रेन तथा दीनापुर की वर्तमान क्षमता को 80 एमएलडी से बढ़ाकर 220 एमएलडी करने की योजना प्रस्तावित है।
बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी द्वारा बुके देकर सचिव महोदय का स्वागत किया गया तथा सचिव के समक्ष सीवरेज व्यवस्था, जलापूर्ति तथा नाला कवर करने की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी गयी। सचिव ने जिलाधिकारी को टीम बनाकर एलएंडटी द्वारा कराये गये कार्यों का रैंडम सत्यापन कराने हेतु निर्देशित किया।
सचिव द्वारा जलनिगम के एक्सईएन को अभी तक एलएंडटी द्वारा ग्रामों में पेयजलापूर्ति को लेकर कराये गये कार्यों के पूर्व में हुए निरीक्षण तथा भौतिक सत्यापन की फोटो तथा रिपोर्ट तथा पत्राचार की कॉपी उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। कार्यदायी संस्था एलएंडटी को पाइपलाइन बिछाने के दौरान क्षतिग्रस्त रास्तों आदि कार्यों का मरम्मत 15मई तक गुणवत्ता तरीके से पूरा कराने को निर्देशित किया।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, डीडीओ, नगर निगम, जलकल, जलनिगम तथा एलएंडटी के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।