
वाराणसी। बनारस रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। स्टेशन परिसर में कार पार्किंग शुल्क फिलहाल पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है। दूसरे प्रवेश द्वार पर पार्किंग का पुराना अनुबंध निरस्त होने के बाद वहां स्पष्ट रूप से बोर्ड लगा दिया गया है कि किसी भी प्रकार का पार्किंग शुल्क नहीं लिया जाएगा।

दरअसल, स्टेशन के दूसरे प्रवेश द्वार पर संचालित दोपहिया साइकिल स्टैंड को हाल ही में बंद कर दिया गया है। इसके बाद इस स्थान पर कार और ऑटो की अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की गई है। स्टेशन प्रशासन के अनुसार, यह व्यवस्था यात्रियों और उनके परिजनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निःशुल्क रखी गई है।
बनारस रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 100 से अधिक ट्रेनों का संचालन होता है। प्लेटफॉर्म नंबर 8 से बाहर निकलने के लिए कार और ऑटो का मुख्य आवागमन इसी दूसरे प्रवेश द्वार से होता है। ऐसे में यहां पार्किंग शुल्क न लिए जाने से यात्रियों को सीधा लाभ मिल रहा है। पार्किंग गेट पर भी साफ तौर पर लिखा गया है कि वाहन खड़ा करने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा।
इसी बीच रेलवे स्टेशन की क्षमता बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे के विस्तार का कार्य भी तेजी से चल रहा है। बनारस स्टेशन पर एक अतिरिक्त रेल लाइन बिछाई जा रही है, जिससे कुल लाइनों की संख्या बढ़ेगी। वहीं वाराणसी सिटी स्टेशन पर भी दो नई रेल लाइनों के निर्माण का प्रस्ताव है। अधिकारियों का कहना है कि इन कार्यों के पूरा होने से ट्रेनों का संचालन अधिक सुचारू होगा।
भारतीय रेलवे वर्ष 2030 तक 48 गंतव्य स्थलों तक ट्रेनों के संचालन का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इसी योजना के तहत वाराणसी जंक्शन और वाराणसी सिटी स्टेशन का विस्तार किया जा रहा है।
स्टेशन प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मौजूदा पार्किंग व्यवस्था अस्थायी है। भविष्य में यात्रियों की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए स्थायी और बेहतर समाधान किया जाएगा। फिलहाल निःशुल्क पार्किंग से यात्रियों को राहत मिली है और स्टेशन विस्तार कार्य पूरा होने के बाद आवागमन और सुविधाओं में और सुधार की उम्मीद है।