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प्रधानमंत्री मोदी ने वितरित किए 71,000 नियुक्ति पत्र; ओबीसी में 20,901, एससी श्रेणी में 11,355 नौकरियां

प्रधानमंत्री मोदी ने वितरित किए 71,000 नियुक्ति पत्र; ओबीसी में 20,901, एससी श्रेणी में 11,355 नौकरियां
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 दिसंबर 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के विभिन्न हिस्सों में 71,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। यह नियुक्तियां रोजगार सृजन की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता को पूरा करने की एक अहम पहल हैं। इन नियुक्तियों में ओबीसी, एससी, और एसटी श्रेणियों के लिए नौकरियां दी गईं, और यह उन युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है, जो सरकारी क्षेत्र में काम करने के इच्छुक हैं।

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रोजगार मेला: प्रधानमंत्री की रोजगार सृजन की पहल

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर रोजगार मेला का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देना है। इस कार्यक्रम के तहत देश के 45 विभिन्न हिस्सों में नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इन नियुक्तियों के जरिए विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में कर्मचारियों की भर्ती की गई है, जिनमें गृह मंत्रालय, डाक विभाग, स्वास्थ्य मंत्रालय, उच्च शिक्षा मंत्रालय और वित्तीय सेवा विभाग जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय शामिल हैं। प्रधानमंत्री के इस कदम से सरकारी नौकरियों के प्रति युवाओं का विश्वास और बढ़ा है।

ओबीसी, एससी और एसटी श्रेणियों के लिए नियुक्तियां

राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि इन 71,000 नियुक्तियों में से 20,901 (29.21%) ओबीसी समाज के युवाओं को दी गई हैं। इसके अलावा, 11,355 (15.8%) नियुक्तियां अनुसूचित जाति (SC) के लिए, और 6,862 (9.59%) नियुक्तियां अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए की गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पहल को सामाजिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि सरकार का उद्देश्य हर वर्ग के युवाओं को रोजगार के समान अवसर देना है।

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पिछले दस वर्षों में रोजगार में उल्लेखनीय वृद्धि

डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले दस वर्षों में रोजगार देने के आंकड़ों में 60 से 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि 2004 से 2014 तक लगभग 7 लाख 22 हजार 161 नियुक्तियां की गईं, जबकि मोदी सरकार के पिछले दस वर्षों के कार्यकाल में यह संख्या करीब 11 लाख तक पहुंची। यह आंकड़ा इस बात का गवाह है कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों ने रोजगार सृजन में कितना योगदान दिया है।

स्पेस सेक्टर और स्टार्टअप्स में अहम बदलाव

प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल में स्पेस स्टार्टअप्स के लिए 1,000 करोड़ रुपये का वेंचर फंड निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, पेड इंटर्नशिप योजना के तहत अब तक 280 कंपनियों ने 1 लाख 25 हजार युवाओं को पंजीकृत किया है। भारत में आज 1,56,210 स्टार्टअप्स काम कर रहे हैं, जो यह दर्शाते हैं कि युवा पीढ़ी को स्टार्टअप्स में काम करने का अवसर मिल रहा है। मोदी सरकार ने युवाओं के लिए नए रास्ते खोले हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती मिली है।

पीएम मोदी का संबोधन: युवाओं के लिए नए अवसर

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार की नीतियां हमेशा युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक की सभी योजनाओं – जैसे आत्मनिर्भर भारत अभियान, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टैंडअप इंडिया – को युवाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सरकार ने अपने स्पेस सेक्टर में नीतियां बदलीं और डिफेंस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया, जिसका सबसे अधिक लाभ युवाओं को हुआ है।

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भारत की आर्थिक स्थिति और भविष्य

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, और यह पूरी दुनिया में भारत की आर्थिक ताकत को दर्शाता है। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि भारत आज मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है। नवीनीकरण ऊर्जा, ऑर्गेनिक फार्मिंग, स्पेस, डिफेंस, टूरिज्म और वेलनेंस सेक्टर में भी भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है।

नई शिक्षा व्यवस्था और एनईपी की अहमियत

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि देश दशकों से एक आधुनिक शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकता महसूस कर रहा था, जो अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के जरिए पूरी हो रही है। एनईपी के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया गया है, और छात्रों को नए विकल्प मिल रहे हैं। पहले जहां शिक्षा प्रणाली छात्रों पर बोझ बन जाती थी, वहीं अब यह उन्हें बेहतर अवसर और मार्गदर्शन प्रदान कर रही है।

नए भारत की ओर कदम

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत को आगे बढ़ाने के लिए युवा प्रतिभाओं को निखारने की जरूरत है, और सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक सक्षम और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण केवल मजबूत और सक्षम युवा शक्ति के माध्यम से ही संभव है।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि रोजगार सृजन के लिए सरकार ने सभी क्षेत्रों में कार्य किया है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि हो रही है। सरकारी योजनाओं और नीतियों ने युवाओं को न केवल रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं, बल्कि उनकी क्षमता को भी बढ़ाया है, जिससे वे राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए तैयार हैं।

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