
वाराणसी। काशीखण्डोक्त मुक्ति लिन्ग चन्देश्वर महादेव एवं मां भीष्म चण्डी मंदिर प्रांगण में पर्यावरण को संतुलित करने के कार्तिक पूर्णिमा से प्रारंभ हुआ बृहद वृक्षारोपण संकल्प अभियान से काशीखण्डोक्त मंदिरो में प्राथमिकता से सुरक्षा के साथ पौधा लगाने हेतु जाली से घेरा बनाकर सुरक्षा की ठोस व्यव्स्था कर बेल, पीपल, पारिजात, नीम, गिलोय, एवं आम के पौधे लगाकर प्रबोधिनी फाउण्डेशन के महासचिव विनय शंकर राय “मुन्ना” ने किया शुभारम्भ। विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि काशीखण्डोक्त मंदिरो का पुराणो में अद्भुत महात्म्य बताया गया है, साथ ही पुराणो में देव तुल्य पौधो का भी वर्णन है उसी आधार पर देव तुल्य एवं देव प्रिय पौधे जैसे भगवान शंकर के मंदिर में बेल, कनैला, भगवती दुर्गा माता के मंदिर प्रांगण में नीम, अड़उल। ब्रह्मा , विष्णु एवं महेश तीनो का साक्षात वास पीपल में बताया गया है, हरिशंकरी जिसमें बरगद, पीपल एवं पाकड़ तीनो पेड़ो की एक साथ पूजा का विशेष महात्म्य है । भगवती सीता माता को अशोक, तुलसी, माता लक्ष्मी को पारिजात, इत्यादि देव आधारित मंदिरो के प्रांगण में देव तुल्य एवं औषधी आधारित पोधो को सुरक्षा की ठोस व्यवस्था के साथ मंदिर ट्रस्ट के महंन्थ एवं पुजारी की सहमति एवं सहभागिता से लगाने का पुनीत कार्य किया जायेगा जैसे चण्डीश्वर महादेव मंदिर के पुजारी कृष्ण कान्त चौबे पौधो की सेवा का संकल्प लिये है। उक्त वृक्षारोपण अभियान धर्म एवं पर्यावरण के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण एवं पुनीत कार्य है।