
वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने आज गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक पैदल गश्त की और अतिक्रमणकारियों को सख्त चेतावनी दी। इस गश्त के दौरान उनके साथ एडीसीपी काशी जोन सुश्री नीतू और एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक भी मौजूद थीं।

मोहित अग्रवाल ने अतिक्रमणकारियों को स्पष्ट संदेश दिया कि अगर अगली बार किसी भी प्रकार का अतिक्रमण पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी के प्रमुख स्थलों पर अतिक्रमण से शहर की सुंदरता और यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस गश्त के दौरान पुलिस आयुक्त ने दुकानदारों और स्थानीय लोगों से भी बातचीत की और उन्हें साफ-सफाई और अतिक्रमण से बचने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने लोगों को यह भी बताया कि प्रशासन का उद्देश्य शहर को साफ-सुथरा और व्यवस्थित बनाना है, ताकि स्थानीय लोग और पर्यटक बिना किसी परेशानी के वाराणसी की गलियों और घाटों का आनंद ले सकें।
गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक के इस इलाके में अतिक्रमण की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। पुलिस आयुक्त के इस कदम से स्थानीय प्रशासन की ओर से एक मजबूत संदेश गया है कि अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई अब सख्ती से की जाएगी।
पुलिस आयुक्त ने अपनी गश्त के दौरान पाया कि कई स्थानों पर दुकानदारों ने अपनी दुकानों का सामान सड़क तक फैला रखा था, जिससे यातायात में बाधा उत्पन्न हो रही थी। उन्होंने ऐसे दुकानदारों को तुरंत अपना सामान हटाने का आदेश दिया और चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसा दोबारा पाया जाने पर जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने यह भी कहा कि शहर के प्रमुख स्थलों पर नियमित रूप से ऐसे गश्त जारी रहेंगे, ताकि अतिक्रमण पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अतिक्रमण की रोकथाम के लिए वे सख्ती से नियमों का पालन कराएं और किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस कदम से उम्मीद की जा रही है कि वाराणसी में अतिक्रमण की समस्या पर काबू पाया जा सकेगा और शहर की सुंदरता और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने भी पुलिस आयुक्त के इस कदम की सराहना की।

