
प्रदेश में बिजली विभाग के निजीकरण को लेकर निजीकरण के खिलाफ भारतीय किसान सभा के लोगों ने आज बुद्धवार को जुलूस के रूप में नारे बाजी करते हुए राजातालाब तहसील पहुँचे और राजातालाब तहसील में उप जिलाधिकारी कार्यालय के सामने घण्टों धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद 11 सूत्री मांग पत्र उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी शांतुन सिनसिनवार को ज्ञापन सौंपा।
वही पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि किसान सभा के जिला सचिव अनिल कुमार ने कहा कि बिजली के निजी क्षेत्र में जाने से आम आदमी के बिजली का उपयोग करना दुर्लभ हो जाएगा। दच्छिणआँचल वि वि निगम व पूर्वनाचल वि वि निगम के निजीकरण का फैसला वापस लिया जाय।स्मार्ट मीटर लगाने, बिजली के रेट ईंधन से जोड़ने का फैसला वापस लिया जाय।दिन और रात के समय पीक आवर्स के बिजली के रेट अलग अलग तय करने का नियम वापस लिया जाय।बिजली के 30 फीसदी रेट बढ़ाने का प्रस्ताव वापस लिया जाय।किसानों को नलकूपों के लिए कम से कम 18 घण्टे बिजली की आपूर्ति सिनिश्चित की जाय,आदि विभिन्न मुद्दों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ज्ञापन के माध्यम से मांग की।और आगे कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नही हुई तो आगे सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस दौरान जय प्रकाश सिंह पटेल,लालमनी वर्मा राम भरोस पटेल,श्याम लाल मौर्य,दूध नाथ पटेल लछ्मी शंकर पटेल, डॉक्टर दूध नाथ सिंह, कन्हैया जायसवाल, सहित भारतीय किसान सभा के दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे।