इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन पर एक अहम चर्चा की। यह बातचीत क्षेत्रीय सुरक्षा और हमास के मुद्दे पर केंद्रित रही। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि बातचीत में गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली और विदेशी नागरिकों की रिहाई के प्रयासों पर चर्चा की गई
गाजा में बंधक संकट पर चर्चा
गाजा में हमास द्वारा इजरायली और विदेशी नागरिकों को बंधक बनाए जाने की घटनाओं ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। नेतन्याहू ने ट्रंप के साथ इन बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विस्तार से बात की। इजरायल सरकार का मानना है कि अमेरिका का सहयोग इस मुद्दे पर निर्णायक साबित हो सकता है।
सीरिया में विकास और सुरक्षा का मुद्दा
बातचीत के दौरान सीरिया में हो रहे हालिया घटनाक्रम पर भी चर्चा की गई। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा पर जोर दिया। नेतन्याहू ने सीरिया के विकास पर अपनी चिंताओं को साझा किया और ट्रंप से इस दिशा में अमेरिकी हस्तक्षेप की संभावना पर बात की।
नेतन्याहू का बयान
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मीडिया को बताया कि उन्होंने शनिवार रात ट्रंप से फोन पर बातचीत की। उन्होंने कहा, “हमने हमास द्वारा बंधकों की रिहाई के प्रयासों पर गहन चर्चा की। साथ ही, सीरिया में हो रहे विकास और क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी बात हुई।”
ट्रंप का रुख महत्वपूर्ण
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में नवनिर्वाचित होने के बाद यह बातचीत उनके प्रशासन की नीति का संकेत भी देती है। मध्य-पूर्व में अमेरिका की भूमिका लंबे समय से निर्णायक रही है, और ट्रंप के नेतृत्व में यह देखने योग्य होगा कि उनका रुख किस दिशा में जाता है।
गाजा संकट पर अमेरिका का रुख
गाजा और हमास के मुद्दे पर अमेरिका का हमेशा से स्पष्ट रुख रहा है। इजरायल को समर्थन देने वाली नीति के तहत ट्रंप प्रशासन हमास पर कड़ा रुख अपना सकता है। यह बातचीत इस बात का संकेत हो सकती है कि आने वाले समय में गाजा में शांति बहाली के लिए अमेरिका निर्णायक कदम उठा सकता है।
नेतन्याहू और ट्रंप की साझेदारी का असर
नेतन्याहू और ट्रंप की यह बातचीत इजरायल-अमेरिका संबंधों को और मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। दोनों नेताओं की वैचारिक समानता और क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता गाजा और सीरिया जैसे मुद्दों पर प्रभावी नीतियां लाने में मदद कर सकती है।
आगे की राह
नेतन्याहू और ट्रंप की बातचीत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि इजरायल और अमेरिका वैश्विक मुद्दों पर एक साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गाजा में हमास और बंधक संकट जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अमेरिकी हस्तक्षेप से सकारात्मक परिणाम की उम्मीद की जा रही है।