शिवपुर। शिवपुर पंचक्रोशी के चौथे पड़ाव पर स्थित फलहारी बाबा आश्रम में रविवार को भव्य कलश यात्रा के साथ नौ दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ और श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। यज्ञस्थल से शुरू हुई कलश यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। महिलाएं व पुरुष श्रद्धालु 5 किलोमीटर की नगर परिक्रमा कर पवित्र जल लेकर यज्ञ स्थल तक पहुंचे। बैंड-बाजे, घोड़े, डीजे और धार्मिक संगीत से पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बन गया।
यह महायज्ञ 9 दिसंबर को संपन्न होगा। प्रतिदिन यज्ञ अनुष्ठान और श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा। आयोजन का शुभारंभ वैदिक रीति से आचार्य जितेंद्र तिवारी द्वारा पूजन के साथ हुआ। कथावाचिका शिवांगी किशोरी ने श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस पर कथा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि श्रीमद्भागवत में ज्ञान, वैराग्य और भक्ति का अद्भुत समन्वय है। यह मन की शुद्धि का श्रेष्ठ साधन है और भक्ति से ही भगवान को प्राप्त किया जा सकता है।
कथा में उन्होंने सत्कर्म और भक्ति के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि भक्ति भाव से सत्कर्म में वृद्धि होती है और सत्कर्म से ज्ञान व वैराग्य को नया जीवन मिलता है। भगवान अपने भक्तों के कष्ट सहन नहीं कर सकते, और मीरा व नरसी मेहता जैसे भक्त इसके उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि भगवान तो केवल भाव के भूखे होते हैं।
कलश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। आयोजन समिति में विनोद कुमार दूबे (अध्यक्ष), महंत रामदास त्यागी, आनंद अग्रवाल (कोषाध्यक्ष), कमलेश केशरी (प्रचार मंत्री), ओम प्रकाश चौरसिया, डॉ. अजय मिश्रा, आचार्य जितेंद्र तिवारी, रोहित शुक्ला, विशाल मिश्रा और रामकरण दास ने अपनी भूमिका निभाई।