

पुलिस की तत्परता परिजनों के लिए बनी राहत का कारण
वाराणसी जिले के चौबेपुर क्षेत्र के गौरा उपरवार गांव निवासी चंद्रप्रकाश राम की 17 वर्षीय पुत्री शीतल उर्फ सुंदरी के 13 दिन पूर्व अचानक लापता हो जाने की घटना रहस्य का विषय बनी रही। परिजनों की तहरीर पर चौबेपुर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की, जिसके सकारात्मक परिणामस्वरूप किशोरी सकुशल घर लौट आई। किशोरी की वापसी के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली और पुलिस की सक्रियता की सराहना की। सूत्रों के अनुसार, शीतल की लोकेशन की जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि वह अपनी चचेरी बहन उषा (उम्र 26 वर्ष), निवासी बांमड़ा गांव, थाना खरगचौकी, जिला भिवाड़ी (हरियाणा) के संपर्क में थी। वहीं से आगे की जानकारी मिली कि उषा के ससुर रमेश ने हरियाणा से शीतल की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था की। बताया गया कि शीतल को पहले गोविन्द नामक युवक हाईवे से अपने साथ ले गया था, जिसके बाद वह अरविन्द नामक युवक के पास पहुँची। अरविन्द की मां गीता का निधन छह वर्ष पूर्व हो चुका है। संपूर्ण घटनाक्रम के बीच किशोरी की सुरक्षा सुनिश्चित करने में परिवार और पुलिस दोनों की अहम भूमिका रही। शीतल की सकुशल वापसी के बाद उनके 80 वर्षीय दादा बसंत राम ने चौबेपुर थाने में सुपुर्दगीनामा जमा कर पुलिस को सूचित किया कि अब किशोरी सकुशल घर लौट आई है और उन्हें किसी प्रकार की विधिक कार्यवाही की आवश्यकता नहीं है। इस मामले को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का दौर जारी है। परिजनों ने प्रभारी निरीक्षक चौबेपुर रविकांत मलिक व पुलिस टीम के प्रति आभार जतया।

