17 दिसंबर 2024 को वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने अस्सी नदी के पुनरुद्धार के लिए प्रगति की समीक्षा हेतु संबंधित अधिकारियों और आईआईटी बीएचयू, वाराणसी के तकनीकी विशेषज्ञों के साथ बैठक की। बैठक में ड्राइंग, डिजाइन और डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) की तैयारी की स्थिति पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने अब तक की प्रगति का प्रस्तुतिकरण किया और अस्सी नदी के पुनर्जीवन हेतु विस्तृत योजना तैयार करने के सुझाव दिए।
उपाध्यक्ष गर्ग ने अस्सी नदी के अपस्ट्रीम में स्थित चार प्रमुख तालाबों – कर्दमेश्वर महादेव मंदिर तालाब, कर्दमेश्वर तालाब, कंडवा तालाब, और कंचनपुर तालाब – की सफाई एवं जीर्णोद्धार के लिए बीओक्यू (बिल ऑफ क्वांटिटी) तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही, इन कार्यों के लिए आईआईटी बीएचयू से तकनीकी परीक्षण कराने और निविदा प्रक्रिया शुरू करने को कहा।
बैठक में आईआईटी बीएचयू के विशेषज्ञों ने बताया कि अस्सी नदी एक जीवित नदी है, जिसमें बायोडायवर्सिटी विकसित है। इसे संरक्षित रखते हुए पुनर्जीवन कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। उन्होंने अन्य विभागों द्वारा कैचमेंट एरिया में चल रहे कार्यों की जानकारी मांगी और सीवर लाइन का विस्तृत प्लान उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
उपाध्यक्ष ने सभी संबंधित विभागों को वांछित सूचनाएं प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने और समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। परियोजना की प्रगति की समीक्षा प्रत्येक 15 दिन पर करने का निर्णय लिया गया। उपाध्यक्ष गर्ग ने परियोजना को वाराणसी के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए प्राथमिकता के साथ पूरा करने की बात कही।
बैठक में आईआईटी बीएचयू के प्रो. प्रभात कुमार सिंह, प्रो. बृंद कुमार, डॉ. शिशिर गौर, डॉ. पद्मा सोनी सहित अन्य विशेषज्ञ, और वाराणसी विकास प्राधिकरण, जल निगम, जलकल और सिंचाई विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।