पूर्व जिला जज की भावभीनी भव्य एवं दिव्य विदाई, भावुक हुये लोग।
आवास खाली कर नोयडा के लिए जा पूर्व जिलाजज की भावभीनी विदाई मे काशीवासियो सहित न्यायाधीश हुये भावुक।
वाराणसी, आज पूर्व जिला जज बंगला खाली कर सायं 04 बजे नोयडा के लिए निकल रहे थे तो प्रबोधिनी फाउण्डेशन सहित दर्जनो सामाजिक संगठनो के सामाजिक प्रतिनिधियो सहित लगभग वाराणसी जनपद के सभी न्यायाधीश एवं कर्मचारी भावुक होकर भावभीनी विदाई माल्यार्पण, पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र सहित स्मृति चिन्ह देकर विदा किये। श्री अजय कृष्ण विश्वेश विदाई के समय भावपूर्ण स्वागत से गदगद होकर भावुक हो गये और कहे कि काशी की संस्कृति, काशीवासियो सहित अधिवक्ताओ का निराला एवं निश्छल स्वभाव मेरा दिल जीत लिया है, जिससे काशी से मेरा आत्मीय लगाव हो गया है, काशी के लोगो से मिला प्यार एवं सम्मान मुझे काशी के प्रति और जिम्मेदार बना दिया , यहा के लोगो के उच्च और आदर्शवान विचार को मै आत्मसात कर अपने आगे के जीवन मे उसका उपयोग करूंगा, काशी से मै भले दूर जा रहा हूं लेकिन काशी से भावनात्मक और दिली लगाव आजीवन बना रहेगा। पूर्व जिला जज को पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्र से सम्मानित करते हुये प्रबोधिनी फाउण्डेशन के महासचिव विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि काशी के कण कण मे महादेव विराजते है तो काशी के जन जन के हृदय मे अपने ऐतिहासिक कार्य एवं निर्णय से अजय कृष्ण विश्वेश जी अमिट जगह बना लिये है, नीरज सिंह ने कहा कि ज्ञानवापी केस तहखाने मे पुनः पूजा का आदेश देकर भारत के जन जन मे न्याय के प्रति आस्था बढ़ा दिया है, जिला जज को भावभीनी विदाई देने मे जनपद के न्यायाधीश एवं न्यायालय के कर्मचारियो सहित मुख्य रूप से स्वामी सहजानन्द शोध संस्थान के संयोजक नीरज सिंह, वर्ल्ड प्रोफेशनल रेसलिंग हब के मुख्य प्रबन्धक मृत्युंजय महादेव सिंह, प्रबुद्धजन काशी के समीर सिंह “विशाल” एवं डा संजय सिंह गौतम, अजीत यादव आईकान, डा विकास राय काशी विद्यापीठ, कृष्ण मूर्ति सिंह गंगा युवा भक्त समाज सहित इत्यादि लोग शामिल थे।