वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के चौकी प्रभारी दिगंबर उपाध्याय के सराहनीय कार्य की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है इंद्राणी सिंह जाब के परपज से वाराणसी आई थी और उसका मोबाइल दशाश्वमेध से गुम हो गया जिसको लेकर चौकी प्रभारी के पास गई और अपनी आपबीती सुनाई 2 महिने के अंदर ही चौकी प्रभारी दिगंबर उपाध्याय ने सराहनी कार्य करते हुए इंद्राणी सिंह की मोबाइल से सःसम्मानित वापस कर दिया इंद्राणी सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मैं जाब के परपस से यहां आई थी दशाश्वमेध घाट की गली से ही मेरा फोन गुम हो गया दशाश्वमेध चौकी प्रभारी दिगंबर उपाध्याय ने मेरी बहुत ही मदद की मुझे कभी उम्मीद भी नहीं थी कि मेरी खोई हुई मोबाइल मुझे मिलेगी क्योंकि ऐसे कैसेस में मोबाइल जल्दी नहीं मिलती है आज मेरी मोबाइल चौकी प्रभारी की मेहनत से मोबाइल मिल गई है मैं धन्यवाद देना चाहती हूं चौकी प्रभारी को और उनकी पूरी टीम को दशाश्वमेध चौकी प्रभारी दिगंबर उपाध्याय कांस्टेबल देवेंद्र प्रताप सिंह कांस्टेबल दिनेश कुमार प्रभात सिंह मौजूद थे