


चंदौली जिले में रेलवे से जुड़ी कई घटनाओं को लेकर अब चर्चाएं तेज हो गई हैं। खासकर नंदन कानन एक्सप्रेस के कपलिंग टूटने के मामले में शराब तस्करों का हाथ हो सकता है। इस संदर्भ में यह जानकारी सामने आई है कि शराब तस्कर ट्रेन को स्टेशन के बाहर चेन पुलिंग करके या वैक्यूम कर रोकते हैं, ताकि शराब को ट्रेन में लोड किया जा सके या उतारा जा सके। अधिकारियों को अब इस दिशा में अपनी जांच बढ़ानी चाहिए।

दिलदारनगर रेलवे स्टेशन पर स्थानीय लोगों ने शराब तस्करी के एक मामले का खुलासा किया, जिसमें झोले में शराब ढोने वाले एक तस्कर को पकड़ा गया। सूत्रों का कहना है कि शराब तस्करों द्वारा आरपीएफ के दो जवानों की हत्या की गई थी, जिसके बाद कई निर्दोष आरपीएफ जवानों का तबादला कर दिया गया। बावजूद इसके, शराब तस्करी ट्रेन के माध्यम से जारी है। विभिन्न तरीकों से यह तस्करी बिना किसी रुकावट के होती रहती है, और इससे जुड़ी घटनाएं आए दिन हो रही हैं।
इस मामले में रेलवे को गंभीर ध्यान देने की जरूरत है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि होली के त्योहार के दौरान छोटे-छोटे बैगों में शराब भरकर तस्करी का काम जारी है। दिलदारनगर स्टेशन परिसर में बैग के माध्यम से जा रही शराब को आम जनता ने पकड़कर वीडियो वायरल किया, जिससे पुलिस की जांच की पोल खुल गई। यदि जांच एजेंसियां इन पहलुओं पर ध्यान दें, तो इस तस्करी की सच्चाई सामने आ सकती है।
ब्यूरोचीफ गणपत राय