वाराणसी। काशी रेलवे स्टेशन को इंटरमाडल स्टेशन के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो चुका है। इसके लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद द्वितीय द्वार के पास खोदाई शुरू कर दी गई है। भारी मशीनों को स्थापित करने के लिए गड्ढों को समतल किया जा रहा है, जिससे काम में तेजी लाई जा सके। नवरात्र के बाद निर्माण प्रक्रिया और तेज होने की संभावना है।
स्टेशन के पहले प्रवेश द्वार पर बिजली पोल की शिफ्टिंग का काम भी पूरा हो चुका है। नवरात्र के बाद निजी कंपनियों की तकनीकी टीम और इंजीनियर काम की जिम्मेदारी संभाल लेंगे। इस परियोजना के तहत लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन का मेजर अपग्रेडेशन किया जाएगा। इसमें प्लेटफार्मों की लंबाई और चौड़ाई बढ़ाने के साथ-साथ तीन नए प्लेटफार्म और एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) का निर्माण भी किया जाएगा।
इसके अलावा, स्टेशन पर श्री काशी विश्वनाथ धाम की प्रतिकृति के आकार में प्रथम और द्वितीय प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाएंगे। इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना से काशी रेलवे स्टेशन को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है।