स्पेसक्राफ्ट की डॉकिंग सफलतापूर्वक पूरी हुई! एक ऐतिहासिक क्षण। चलिए डॉकिंग प्रोसेस जानते हैं: स्पेसक्राफ्ट्स के बीच की दूरी को 15 मीटर से 3 मीटर तक लाया गया। डॉकिंग की शुरुआत सटीकता के साथ की गई, जिससे स्पेसक्राफ्ट को कैप्चर करने में कामयाबी मिली। डॉकिंग सफलतापूर्वक पूरी हुई। भारत सफल स्पेस डॉकिंग हासिल करने वाला चौथा देश बन गया। पूरी टीम को बधाई! भारत को बधाई! डॉकिंग के बाद, सिंगल ऑब्जेक्ट के रूप में दो स्पेसक्राफ्ट का कंट्रोल सक्सेसफुल हुआ। आने वाले दिनों में अनडॉकिंग और पावर ट्रांसफर चेक किए जाएंगे।