वाराणसी। वाराणसी में अगहन
की अंतरगृही यात्रा के लिए मंगलवार की सुबह काशीवासियों ने मणिकर्णिका घाट पर गंगा स्नान कर नंगे पांव 25 किलोमीटर लंबी अंतरगृही यात्रा शुरू की. अंतरगृही यात्रा में काशी के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं और पुरुष नंगे पांव काशी के अंदर-अंदर परिक्रमा करते हैं.
मार्गशीर्ष यानी अगहन मास की कड़ाके की ठंड के बीच शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी में श्रद्धालु सिर पर गठरी लिए हुए घाटों के तरफ से आते हुए दिखाई पड़े। हजारों श्रद्धालुओं का जत्था मंडुवाडीह में मिला जिनसे यात्रा का मार्ग पूछने पर उन्होंने बताया कि कुछ पौराणिक रास्ते बंद हो जाने की वजह से हम लोगो का मार्ग अब यह है-*अतरगृही परिक्रमा का मार्ग श्रद्धालु महिलाओ द्वारा बताया गया जो इस प्रकार है…
यह लोग मंगलवार को मणिकर्णिका से भोर में स्नान करने के बाद गोदौलिया होते हुए हरिश्चंद्र घाट से संकट मोचन – साकेत नगर -खोजवां- बडी पटिया व छोटी पटिया होते हुए मंडुवाडीह-लहरतारा से होते हुए चौकाघाट पर रात्रि विश्राम करेंगे तथा फिर अगली सुबह पुराना पुल-नक्खी घाट होते हुए सरायमोहना पहुँच कर वहां से वापस मणिकर्णिका घाट पर इनकी यात्रा समाप्त हो जाएगी