समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें संविधान स्तंभ की स्थापना की गई। इस अवसर पर चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह और सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने विशेष रूप से भाग लिया। उन्होंने संविधान स्तंभ की स्थापना करते हुए संविधान के प्रति लोगों को जागरूक करने का संकल्प लिया।
सांसद वीरेंद्र सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में संविधान की रक्षा और उसके प्रति जागरूकता बेहद आवश्यक है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा अंग्रेजों की “बांटो और राज करो” की नीति पर चल रही है। इसके विपरीत, सपा की “PDA” (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) अवधारणा के तहत सभी वर्गों को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” सुनिश्चित करने के लिए सभी को एकत्रित होकर विघटनकारी ताकतों का मुकाबला करना होगा।
वीरेंद्र सिंह ने बांग्लादेश में हिंदुओं के उत्पीड़न पर भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार देश के नागरिकों की रक्षा करने में असफल रही है, और यह कूटनीतिक विफलता का उदाहरण है।
सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव ने भी संविधान और आरक्षण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने वंचित वर्गों के उत्थान के लिए आरक्षण का प्रावधान किया था, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार संविधान और आरक्षण को समाप्त करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया।
इसके अलावा, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सांसद जया बच्चन के साथ सदन में हुई नोकझोंक पर भी चर्चा हुई। इस पर सपा नेताओं ने सदन में विपक्ष के साथ हो रहे अनुचित व्यवहार की निंदा की और इसे लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है और इसके खिलाफ कदम उठाए जाने की जरूरत है।
ब्यूरो चीफ गणपत राय