महाविद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता में विकास से ही भारत विश्वगुरु बनेगा- प्रो.ए एन राय

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वाराणसी-(काशीवार्ता)-“राष्ट्र निर्माण में महाविद्यालयों की भूमिका” (नई शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में )में मुख्य अतिथि प्रोफेसर ए. एन .राय ,पूर्व कुलपति, मिजोरम केंद्रीय विश्वविद्यालय ,पूर्व कुलपति ,नेहू, मेघालय एवं निदेशक नैैक,भारत सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले लगभग 80% विद्यार्थी महाविद्यालयों में अध्ययन अध्यापन करते हैं इसलिए महाविद्यालय को सशक्त बनाकर ही गुणवत्तापूर्ण एवं तकनीकी शिक्षा दी जा सकती है ।अभी भी भारत के लगभग 25% विश्वविद्यालय/ महाविद्यालय ही नैक द्वारा ग्रेडिंग करा सके हैं ,इसे और बृहत्तर करने की आवश्यकता है मेरा सरकार से निवेदन है कि नैक ग्रेडिंग के बाद अक्षम विश्वविद्यालय या महाविद्यालय की मदद उनकी प्राथमिकता के आधार पर होनी चाहिए तभी भारत विश्व गुरु बन सकेगा ।जगतपुर पीजी कॉलेज के संस्थापक एवं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के टर्निंग प्वाइंट चंपारण सत्याग्रह में आंदोलन को धार देने वाले महात्मा गांधी के निकटस्थ सहयोगी बाबू शिवनाथ सिंह के पच्चीसवीं पुण्यतिथि के अवसर पर प्रो राय ने उक्त बातें कहीं। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री अनिरुद्ध नारायण सिंह, धन्यवाद ज्ञापन निदेेशक प्रोफेसर निलय कुमार तथा संचालन डॉक्टर विनय प्रकाश शर्मा ने किया । इस अवसर पर क्षेत्रीय सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद डा.विनोद राय,बीएचयू प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रोफेसर बी.कुमार , जगतपुर इंटर कॉलेज के जोगेश्वरी शर्मा, प्रधान मंत्री मोदी के प्रस्तावक डॉक्टर बैजनाथ पटेल को सम्मानित किया गया , प्रबंधक रामसागर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया.प्रो .रमेशचन्द, प्रो0संगीता गुप्ता ,डॉक्टर रवि कुमार पांडेय,डॉक्टर जयप्रकाश राय, प्रबंध समिति सदस्य एडवोकेट आलोक सिंह,गगन सिंह ,विद्यार्थी परिषद के विनय पांडेय डॉ .लक्ष्मी सिंह ,डॉक्टर नंदलाल शर्मा, डॉक्टर विकास राय आदि की गरिमामय उपस्थिति रही।

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