मुजफ्फरनगर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां तांत्रिक के कहने पर मां-बाप ने अपनी सवा महीने की बच्ची की बलि दे दी। बच्ची के जन्म के बाद से ही वह बीमार चल रही थी, और संभवतः इसी कारण माता-पिता तांत्रिक के चंगुल में फंस गए। इस घटना के बाद से इलाके में सनसनी फैल गई है।
बताया जा रहा है कि बच्ची को लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याएं थीं, और इसको ठीक करने के प्रयास में मां-बाप ने तांत्रिक का सहारा लिया। तांत्रिक ने यह कहकर बच्ची की बलि देने का सुझाव दिया कि इससे बच्ची की आत्मा शांति प्राप्त करेगी और परिवार पर आई समस्याएं दूर हो जाएंगी। इस बात पर अंधविश्वास में आकर मां-बाप ने तांत्रिक के साथ मिलकर इस अमानवीय कदम को अंजाम दिया।
पुलिस ने तांत्रिक और बच्ची के मां-बाप को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों ने बच्ची की बलि देने की बात स्वीकार कर ली है। हालांकि, शव का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। तीनों के बयान बार-बार बदल रहे हैं, जिससे पुलिस को जांच में कठिनाई हो रही है। पहले आरोपियों ने कहा कि उन्होंने बच्ची का शव गंगनहर में फेंक दिया, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि शव को खेत में दफना दिया गया है।
फिलहाल पुलिस शव की तलाश में जुटी हुई है और घटना की पूरी जांच की जा रही है। इस हृदयविदारक घटना ने समाज में अंधविश्वास और तांत्रिक विद्या के नाम पर होने वाले कृत्यों की भयंकर सच्चाई को उजागर किया है। ऐसे मामलों से यह साफ होता है कि अंधविश्वास के कारण कई लोग वैज्ञानिक सोच और चिकित्सा के बजाय तांत्रिकों के जाल में फंस जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई बार ऐसे अमानवीय घटनाएं होती हैं।