बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, व्यापार और तर्क का कारक माना गया है। यदि कुंडली में बुध कमजोर हो या अशुभ हो, तो जीवन में कई प्रकार की बाधाएं उत्पन्न होती हैं। ऐसे में Budhan Gayatri Mantra का जाप एक अत्यंत शक्तिशाली और सरल उपाय माना गया है, जिससे बुध ग्रह प्रसन्न होकर जीवन में शुभता, समृद्धि और मानसिक शांति प्रदान करता है। इस लेख में हम जानेंगे इस मंत्र के जप की विधि, इसके लाभ और इससे जुड़ी खास बातों को एक सरल और प्राकृतिक भाषा में।
Budhan Mantra
“ओम आदित्याय विद्महे बुध
देवाय धीमहि
तन्नो बुधः प्रचोदयात्”
Budhan Gayatri Mantra का जाप केवल ज्योतिषीय उपाय नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना भी है जो व्यक्ति के भीतर संतुलन और स्थिरता लाता है। श्रद्धा और नियम से किया गया इसका जाप न केवल बुध ग्रह को प्रसन्न करता है, बल्कि जीवन के अनेक क्षेत्रों में उन्नति का मार्ग खोलता है।
जाप विधि
- शुद्ध मन और श्रद्धा से किया गया जाप ही फलदायी होता है।
- सबसे पहले प्रातः स्नान कर साफ वस्त्र पहनें और पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- एक पीले या हरे रंग के आसन पर बैठना विशेष शुभ माना गया है।
- एकाग्र होकर दीप जलाएं और बुध देव का ध्यान करें।
- उसके बाद ऊपर दिए गए Budhan Gayatri Mantra का कम से कम 108 बार जाप करें।
- यदि संभव हो तो बुधवार के दिन प्रारंभ करें और 21 दिन तक निरंतर करें।
लाभ
- इस मंत्र के जाप से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आने लगते हैं।
- वाणी में मधुरता आती है और वाक्चातुर्य बढ़ता है।
- व्यापार, शिक्षा, लेखन, और संचार से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
- बुध ग्रह की अशुभता कम होती है, और कुंडली में स्थित दोषों का निवारण होता है।
- मानसिक एकाग्रता, विवेक और निर्णय शक्ति में वृद्धि होती है।
- रोगों में विशेषकर त्वचा और नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं।
