श्री काशी विश्वनाथ डमरू दल के माध्यम से किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर श्री लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी जी का काशी आगमन हुआ। इस विशेष अवसर पर मणिकर्णिका द्वार चौंक से लेकर मणिकर्णिका घाट तक डमरू शंख और गाजे-बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा में भक्तों ने जोरदार तरीके से अपनी श्रद्धा व्यक्त की और साथ ही गंगा नदी के किनारे स्थित श्री श्री 1008 लोधेश्वर महादेव की आरती का आयोजन किया।
इसके बाद, आचार्य श्री लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी जी ने गंगा पार स्थित अघोरी बाबा मणिकंदन की कुटिया में भी पूजा-अर्चना की। इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे, जिनमें मोनू बाबा, पप्पु विश्वकर्मा, कमलेश, रवि और मणिकर्णिका तीर्थ के पुरोहित गौरव द्विवेदी एवं अंकित द्विवेदी शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन पुनीत कृष्ण जेटली (पागल बाबा) ने किया।
यह आयोजन विशेष रूप से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भारत के मुंह तोड़ जवाब के रूप में आयोजित किया गया था। काशी में इस कार्यक्रम ने धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक प्रस्तुत किया और समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया।