बीएचयू में पीएचडी एडमिशन 2023 के नोटिफिकेशन की मांग को लेकर तीन छात्र अनशन पर हैं। प्रशासन की उदासीनता से आक्रोशित छात्र दिव्यांश दुबे और श्यामल कुमार की तबीयत बिगड़ रही है। डॉक्टरों ने उन्हें अनशन खत्म करने की सलाह दी, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। छात्रों का आरोप है कि प्रशासन तानाशाही रवैया अपना रहा है और जाति विशेष के लोगों को प्रमुख पद दिए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय सिर्फ फंड रेजिंग पर ध्यान दे रहा है और छात्रों की समस्याओं की अनदेखी कर रहा है। छात्र आरोप लगा रहे हैं कि सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘स्पंदन’ को बंद कर दिया गया है और कई सर्टिफिकेट कोर्स भी बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई अप्रिय घटना घटती है, तो उसकी जिम्मेदारी बीएचयू प्रशासन की होगी। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, वे अनशन जारी रखेंगे।